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Patna High Court: पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश अनिल उपाध्याय का निधन, चेन्नई के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस

पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश अनिल उपाध्याय नहीं रहे। उन्होंने चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में 2007 से मई 2017 तक विजिटिंग फैकल्टी के रूप में भी अध्यापन किया। इस बीच उन्होंने दिसंबर 2010 से मई 2017 तक पटना उच्च न्यायालय पटना में स्टैंडिंग काउंसिल के रूप में काम किया।

By Sunil RajEdited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 01 Mar 2023 09:04 PM (IST)
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Patna High Court: पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश अनिल उपाध्याय का निधन, चेन्नई के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाइकोर्ट के न्यायाधीश अनिल कुमार उपाध्याय का मंगलवार की रात निधन हो गया। चेन्नई के निजी अस्पताल में भर्ती उपाध्याय बीते कुछ दिनों से बीमार थे।

न्यायाधीश उपाध्याय का जन्म चार दिसंबर 1962 को हुआ था।  जस्टिस उपाध्याय ने एलएलबी, एलएलएम की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से की थी।

उन्होंने शिक्षण कार्य भी किया। वे 22 अगस्त 1988 से 2010 तक कॉलेज ऑफ कॉमर्स में कानून के अंशकालिक व्याख्याता रहे।

उन्होंने 1989 से 1996 और 2004 से 2006 तक पटना लॉ कॉलेज में अंशकालिक व्याख्याता के रूप में काम किया।

साथ ही चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में 2007 से मई 2017 तक विजिटिंग फैकल्टी के रूप में भी अध्यापन किया।

इस बीच उन्होंने दिसंबर 2010 से मई 2017 तक पटना उच्च न्यायालय, पटना में स्टैंडिंग काउंसिल के रूप में काम किया।

उनका कार्यकाल 2024 तक था। उन्होंने 22 मई 2017 को पटना हाइकोर्ट के जज के रूप कार्यभार ग्रहण किया।  वे बेहद परिश्रमी एवं प्रतिभाशाली व्यक्ति थे।

उनका कार्यकाल 2024 तक था। पटना हाई कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह एवं अन्य जजों ने उनके निधन पर शोक जताया।

बीसीआई के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा, बिहार स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा, पटना हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा, वरीय अधिवक्ता चितरंजन सिंह, सुबोध कुमार झा, आरएन दुबे, प्रशांत प्रताप, अधिवक्ता विकास कुमार समेत अन्य अधिवक्ताओं ने भी शोक जताया है।

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