Patna New DM: कौन हैं पटना के नए DM चंद्रशेखर सिंह? पहले भी राजधानी में कर चुके हैं काम
Bihar Transfer Posting बिहार सरकार ने पटना डीएम (Patna New DM) सहित छह आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। पटना डीएम शीर्षत कपिल (Patna DM Shirsat Kapil) की जगह एक बार फिर चंद्रशेखर सिंह (Patna New DM Chandrashekhar Singh) को राजधानी की कमान सौंपी गई है। शीर्षत कपिल अब राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक का पद संभालेंगे।
जागरण संवाददाता, पटना। डॉ. चंद्रशेखर सिंह (Patna New DM Chandrashekhar Singh) पांच महीने बाद एक बार फिर से पटना के जिलाधिकारी बनाए गए हैं। शीर्षत कपिल अशोक (Patna DM Shirsat Kapil Ashok) को उन्होंने जनवरी में पदभार सौंपा था, अब उन्हीं से वे एक बार फिर पदभार ग्रहण करेंगे।
शीर्षत कपिल अशोक बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक बनाए गए हैं। वे पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव के प्रभार में भी रहेंगे। 2010 बैच के आइएएस अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के तबादले की अधिसूचना गणतंत्र दिवस के दिन जारी की गई थी। उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय का विशेष सचिव बनाया गया था।
एक्शनमैन के रूप में विख्यात हैं चंद्रशेखर
स्वभाव के सरल डॉ. चंद्रशेखर सिंह लापरवाही की स्थिति में सख्त कार्रवाई करने से नहीं हिचकते थे, चाहे वह कोई अधिकारी हो या फि कर्मचारी। लोक शिकायत के मामलों में किसी तरह की ढिलाई उन्हें बर्दाश्त नहीं थी।
अपने कार्यकाल में उन्होंने चार अंचल अधिकारियों को निलंबित कराया था। दनियावां बाइपास निर्माण में भी अहम भूमिका रही। भू अर्जन के लंबित मामलों का तेजी से निष्पादन कराया।
शीर्षत कपिल का भी शानदार रहा कार्यकाल
वहीं, 2011 बैच के तेजतर्रार आइएएस ऑफिसर शीर्षत कपिल अशोक ने सफलतापूर्वक लोकसभा चुनाव संपन्न कराया। पटना के दो लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए उनका प्रयास सराहनीय रहा।
किसके सिर सजेगा ताज, जिला परिषद अध्यक्ष का फैसला आज
पटना जिला परिषद का राजनीतिक उफान चरम पर है। लंबे समय से अध्यक्ष पद को लेकर चल रहे कयासों पर आज यानी बुधवार को विराम लग जाएगा। एक ओर उम्मीदवारों ने पूरी रणनीति बनाई है तो दूसरी ओर जिला प्रशासन भी चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने 26 जून को जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव की तिथि तय की है। इस आलोक में समाहरणालय के आडिटोरियम में सुबह 10.30 बजे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन प्रक्रिया पूर्णतः स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई जाएगी। इसके लिए मानकों के अनुसार सभी व्यवस्था की गई है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि विधि–व्यवस्था के दृष्टिकोण से कार्यक्रम स्थल के 500 मीटर की परिधि में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। निर्वाचन परिणाम घोषित होने के पश्चात किसी भी प्रकार के विजय जुलूस या सभा की अनुमति नहीं होगी। जिला परिषद पद सदस्यों को इस निर्देश का अनुपालन करने को कहा है।
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