Bihar: चिट्ठी पर चिट्ठी लेकिन फिर भी नहीं बनी बात, सड़कों के गड्ढों पर बने वीडियो ने खोल दी पोल
बिहार में सड़कों की जर्जर हालात ने आम लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। इसे लेकर प्रदेश की जनता में नाराजगी भी है। राज्य सरकार ने सड़कों की मरम्मत के लिए एनएचएआई को चिट्ठी भी लिखी है लेकिन इसके बाद भी कोई बात नहीं बन पाई। राज्य में कुछ ऐसे सड़क हैं जहां राज्य सरकार ने खुद के पैसों से मरम्मत करवाई है।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना: एक जमाने में राज्य सरकार बिहार में एनएच की जर्जर हो चुकी सड़कों पर यह बोर्ड लगाती थी कि यह हमारी सड़क नहीं है।
इसके पीछे यह ध्येय था कि लोगों को यह न लगे कि जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए राज्य सरकार कुछ कर ही नहीं। बाद के दिनों में एनएच की मरम्मत राज्य सरकार ने अपनी राशि से करायी।
हालांकि, पुरानी स्थिति फिर से एक बार सामने है। बेहतर फर्राटा के लिए मानक बन चुकीं ईस्ट-वेस्ट कारिडोर सड़क के कई स्ट्रेच जर्जर हालात में हैं। ऊपर का लेयर तक खत्म हो चुका है। राज्य सरकार ने इसकी मरम्मत को कई चिट्ठियां एनएचएआई को लिखी पर बात नहीं बनी।
हाल में एनएचएआई के चेयरमैन जब दो सड़कों का हाल देखने पटना आए तो पथ निर्माण विभाग ने उन्हें सड़कों के बड़े गड्ढों पर बने आधे घंटे का वीडियो दिखा यह हकीकत बताई कि बिहार की सड़कों का कितना बुरा हाल है।
गोपालगंज, पूर्णिया, किशनगंज, दानापुर-बिहटा का दिखाया वीडियो
पथ निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारी ने कहा कि ईस्ट-वेस्ट कारिडोर का काफी बुरा हाल है। हमलोगों ने कई बार चिट्ठी लिखी। इसका असर केवल यह दिखा कि दरभंगा में सड़क को कुछ ठीक किया गया।
गोपालगंज में गड्ढे अब भी हैं। पूर्णिया से किशनगंज जा रही सड़क का लेयर तक कई जगहों पर उखड़ गया है। गड्ढे तो हैं ही। इसी तरह दानापुर से बिहटा जा रही सड़क कई जगहों पर टूट गई है। वीडियो में सड़को पर हो चुके सौ गड्ढे दिखा दिए गए।
टोल देने के बाद भी जर्जर सड़क पर गुजरने की नौबत
एनएच की जो सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, उसमें अधिकतर टोल वाली सड़कें हैं। राशि देने के बावजूद लोगों की मजबूरी इस पर चलने की है। टोल वसूल करने वाली कंपनी को इन सड़कों को मेंटेन रखना है पर यह हो नहीं पा रहा।
अब एनएचएआई के चेयरमैन सड़कों का करेंगे खुद मॉनीटर
एनएचएआई के चेयरमैन को जब जर्जर हो चुकी सड़कों का वीडियो दिखाया जा रहा था तो स्थानीय स्तर पर काम देख रहे अधिकारी ने उन्हें कुछ समस्याएं बताने की कोशिश की।
हालांकि, इस पर एनएचएआई के चेयरमैन ने कहा कि जब उन्होंने वीडियो देख लिया तो फिर कुछ बचता ही नहीं। वह खुद अब इन सड़कों की मॉनीटरिंग करेंगे।
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