Move to Jagran APP

Patna News: पंडारक में दो मासूमों की जिंदा जलकर मौत, तीन झुलसे; अलाव तापने के दौरान झोपड़ी में लगी भयानक आग

जिले के पंडारक के पैथानीचक गांव में रविवार को अलाव तापने के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई जिससे दो नाबालिग बालक व बालिका जिंदा जल गए और तीन लोग झुलस गए। इस हृदय विदारक घटना के बाद गांव में अफरातफरी मच गई। लोग बालू व पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश करने लगे तब तक देर हो चुकी थी। दमकल के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।

By braj kishore singhEdited By: Prateek JainUpdated: Mon, 11 Dec 2023 02:17 AM (IST)
Hero Image
अलाव तापने के दौरान झोपीड़नुमा घर मे लगी आग,दो मासूम जिंदा जले।

संवाद सहयोगी, बाढ़ (पटना)। जिले के पंडारक के पैथानीचक गांव में रविवार को अलाव तापने के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई, जिससे दो नाबालिग बालक व बालिका जिंदा जल गए और तीन लोग झुलस गए। इस हृदय विदारक घटना के बाद गांव में अफरातफरी मच गई।

लोग बालू व पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश करने लगे, तब तक देर हो चुकी थी। दमकल के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक झोपड़ी खाक हो चुकी थी। पुलिस ने शवों को अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

नर्सिंग होम में चल रहा घायलों का इलाज  

थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों में कपिल महतो का 12 वर्षीय पुत्र कार्तिक कुमार और अशर्फी महतो की 13 वर्षीय पुत्री जितनी कुमारी शामिल हैं। अन्य झुलसे लोगों का उपचार पंडारक और बाढ़ के निजी नर्सिंग होम में चल रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि दो दिनों से पछुआ हवा के प्रभाव के कारण रात ठंड बढ़ गई है, लोग अपने-अपने घर के पास अलाव जलाने लगे हैं। 

चिंगारी से भड़की आग

गांव में एक जगह अलाव लगाकर समूह में कुछ लोग ताप रहे थे। इतने में एक चिंगारी उड़ कर पास की झोपड़ी पर जा गिरी। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक हवा के कारण पूरी झोपड़ी आग से घिर गई और ऊंची लपटें उठने लगीं। चीख पुकार मच गई।

तीन लोगों ने भागकर बचाई जान

झोपड़ी के अंदर से तीन लोग निकल भागे, परंतु बालक व बालिका अंदर ही घिर गए। लोग किसी तरह बाल्टी से पानी और बालू फेंक कर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे, परंतु दोनों जिंदा जल गए और मौके पर ही मौत हो गयी।

कार्तिक अपने मां-पिता का एकलौता पुत्र था, उसकी दो बहनें हैं। पिता कपिल महतो धन कटनी करने समस्तीपुर गए हैं।

इधर, जितनी कुमारी भी अपने मां-पिता की एकलौती पुत्री थी, उसके दो भाई हैं। पिता अपनी ससुराल में बस गए थे। मां बौद्धिक रूप से कमजोर है। जितनी कुमारी ही पूरे घर की देखभाल करती थी।

यह भी पढ़ें - Bihar News: बदमाशी पर क्लास से बाहर निकाला तो कट्टा लेकर स्कूल पहुंच गया नौवीं का छात्र, पहले शिक्षिका को छेड़ा फिर...

यह भी पढ़ें - BPSC Teacher Exam: शादी मंडप से सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची थी दुल्हन, सिर्फ नौ मिनट लेट ने बिगाड़ दिया खेल, लगाती रह गई गुहार

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें