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Bihar News: गंडक नदी में छोड़ा गया इस मानसून सत्र का सर्वाधिक पानी, मंडराया बाढ़ का खतरा; टेंशन में गांव के लोग

Patna News नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के बाद वाल्मीकिनगर में अवस्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष द्वारा बुधवार सुबह गंडक नदी में 1.25 लाख घन मीटर (क्यूसेक) पानी छोड़ा गया। बराज से नदी में प्रवाहित पानी की यह मात्रा इस मानसून सत्र में अब तक का अधिकतम है। पानी के छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगाने लगा है।

By Vikash Chandra Pandey Edited By: Sanjeev Kumar Published: Wed, 03 Jul 2024 09:38 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2024 09:38 PM (IST)
गंडक नदी में छोड़ा गया इस मानसून सत्र का सर्वाधिक पानी (जागरण)

राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के बाद वाल्मीकिनगर में अवस्थित गंडक बराज नियंत्रण कक्ष द्वारा बुधवार सुबह गंडक नदी में 1.25 लाख घन मीटर (क्यूसेक) पानी छोड़ा गया। बराज से नदी में प्रवाहित पानी की यह मात्रा इस मानसून सत्र में अब तक का अधिकतम है।

इससे गंडक का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जो रात तक 1.50 लाख घन मीटर तक पहुंच सकता है। ऐसे में तटवर्ती परिक्षेत्र के लोगों में बाढ़-कटाव जनित चिंता बढ़ गई है।

 वहीं, नेपाल सहित पश्चिम चंपारण जिला के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में दो दिन से हो रही लगातार वर्षा से गंडक समेत अन्य पहाड़ी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यदि अनवरत व अतिशय वर्षा जारी रही तो चंपारण परिक्षेत्र में बाढ़ की स्थिति विकराल हो सकती है। इस आशंका के दृष्टिगत जल संसाधन विभाग ने तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी है। अलग-अलग टीमें सतत निगरानी कर रहीं।

उल्लेखनीय है कि नेपाल के पानी से गंडक बराज का जलस्तर मंगलवार से लगातार बढ़ रहा है। नेपाल के नारायण घाट से 1.64 लाख घन मीटर पानी छोड़ा गया है, जो छह से आठ घंटे में वाल्मीकिनगर गंडक बराज तक पहुंच जाएगा। गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से पश्चिम चंपारण के साथ पूर्वी चंपारण और गोपालगंज जिला के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।

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