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पटना में सौ करोड़ की लागत से बांके बिहारी मंदिर तैयार, उद्घाटन के अवसर पर आएंगे पीएम नरेंद्र मोदी

पटना में सौ करोड़ की लागत से बने बांके बिहारी मंदिर के उउद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य गणमान्य लोगों के आने की संभावना है। इसका निर्माण 10 वर्षो से जारी था। इस भव्‍य मंदिर के निर्माण में मकराना पत्थरों का प्रयोग किया गया है।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Wed, 30 Mar 2022 10:41 AM (IST)
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बांके बिहारी का भव्‍य मंदिर बनकर तैयार। जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार का गौरव और पटना का श्रीराधा बांके बिहारी इस्कान मंदिर सौ करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो गया है। बीते 10 वर्षो से बन रहा इस्कान मंदिर का द्वार भक्तों के लिए तीन मई को पूर्ण रूप से खोल दिया जाएगा। पटना के बुद्ध मार्ग स्थित नवनिर्मित मंदिर का उद्घाटन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य लोगों के आने की संभावना है।

पांच दिनों तक होगा कार्यक्रम

मंदिर के उद्घाटन पर इस्कान मंदिर परिसर में पांच दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दौरान देश-विदेश से इस्कान से जुड़े गुरु महाराज एवं भक्तों की भीड़ होगी। वहीं अपने-अपने क्षेत्र में स्थापित कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। उद्घाटन को लेकर मंदिर की बेहतर साज-सजावट पर ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर के साथ प्रेक्षागृह, रेस्तरां, अतिथिशाला समेत अन्य भवन का निर्माण किया गया है। आने वाले दिनों में मंदिर बिहार के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान बनाएगी। 

(प्रेसवार्ता में जानकारी देते विजेता, कृष्ण कृपा दास, देवकी नन्दन दास, नंद गोपाल दास एवं सुनील कुमार सिन्हा। जागरण)

2007 में हुआ था मंदिर का भूमि पूजन

मंदिर निर्माण के बारे में कृष्ण कृपा दास बताते हैं कि कोरोना संकट के कारण मंदिर का उद्घाटन में थोड़ी देर लगी है। वर्ष 2021 में मंदिर का उद्घाटन होना था। मंदिर बनाने को लेकर 2004 में बुद्ध मार्ग में मंदिर के लिए जमीन मिली। वहीं 2007 में मंदिर का भूमि पूजन करने के बाद 2010 से मंदिर निर्माण कार्य आरंभ हो गया। मंदिर के निर्माण में मकराना के कारीगरों द्वारा वहां के पत्थरों का प्रयोग कर निर्माण कराया गया है। 

आकर्षण का केंद्र बनेगा मंदिर  

दो एकड़ में बने मंदिर को सेमी अंडर ग्राउंड बनाया गया है। पहले तल्ले पर एक हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ बैठकर भगवान श्रीकृष्ण का प्रसाद ग्रहण करेंगे। दूसरे तल्ले पर तीन दरबार बनाए गए हैं जिसमें राम, कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु का दरबार है। भगवान की सभी लीलाओं को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। 84 लाख योनि की तर्ज पर मंदिर में निर्माण में 84 खंभे बनाए गए हैं। मंदिर परिसर में गोङ्क्षवदा रेस्तरां बना है जिसमें श्रद्धालुओं को 56 प्रकार के सात्विक व्यंजन प्राप्त होंगे। मंदिर की लाइब्रेरी में स्वामी प्रभुपाद और वेद व्यास द्वारा रचित ग्रंथ पाठकों के लिए रखे जाएंगे।

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