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पटना: अतिक्रमण हटाने को लेकर मचा बवाल, दुकानदार ने खुद को आग लगाई; लोगों ने पत्थर बरसाए

गुलजारबाग रेलवे स्टेशन के पूरब मेहंदीगंज गुमटी के समीप रेलवे लाइन किनारे के भूखंड से गुरुवार की दोपहर अतिक्रमण हटाने पहुंची रेलवे पुलिस प्रशासन के विरोध में महिला-पुरुष ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। दुकान को तोड़ने के लिए जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ी लोग उग्र हो गए।

By ahmed raza hasmiEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 16 Feb 2023 07:32 PM (IST)
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पटना: अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम के समक्ष दुकानदार ने किया आत्मदाह
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। गुलजारबाग रेलवे स्टेशन के पूरब मेहंदीगंज गुमटी के समीप रेलवे लाइन किनारे के भूखंड से गुरुवार दोपहर अतिक्रमण हटाने पहुंची रेलवे पुलिस प्रशासन को भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

इस दौरान एक दुकानदान ने आत्मदाह का प्रयास किया। महिलाओं और पुरुषों ने ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किया।

रेलवे के तथाकथित भूखंड पर बनी दुकान को तोड़ने के लिए दोपहर करीब 1:45 बजे जैसे ही जेसीबी आगे बढ़ी लोग उग्र हो गए। एक व्यक्ति जेसीबी के अगले हिस्से में जाकर लेट गया।

जानकारी के अनुसार, रेलवे पुलिस व अधिकारी हार्डवेयर दुकान के बाहर खड़े होकर विरोध कर रहे लोगों से बातचीत कर ही रहे थे कि अचानक दुकान में आग लग गई।

दुकान में खड़े दुकानदार के शरीर में आग लगी थी। पास खड़े लोगों तथा पुलिस कर्मियों ने आग से जल रहे दुकानदार को बचाने के लिए प्रयास किया।

घटना स्थल पर मौजूद पुलिस प्रशासन का कहना था कि दुकानदार अनिल कुमार गुप्ता ने आत्मदाह का प्रयास किया। उसे बचाने में दुकानदार के बड़े भाई अजीत कुमार गुप्ता, आदित्य कुमार गुप्ता और पास में कचरी दुकान लगाने वाले कन्हाई जख्मी हो गए।

सभी को इलाज के लिए लोग निजी अस्पताल ले गए। वहीं, नीम की भट्ठी क्षेत्र निवासी जख्मी अनिल कुमार की पत्नी सोनी कुमारी, भाभी रानी कुमारी व अन्य का आरोप था कि आग दुकानदार ने खुद से नहीं, बल्कि अतिक्रमण हटाने आए लोगों ने लगाई है।

भीड़ में कुछ लोग कहते सुने गए कि दुकानदार ने अपनी ही दुकान का थिनर सिर व शरीर पर डालकर आग लगा ली। स्वजन इस बात को गलत बता रहे हैं।

आग लगने से ठीक पहले दुकानदार और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बहस हुई थी। 

जमकर पथराव, पुलिस व अधिकारी जान बचाकर भागे

पुलिस प्रशासन द्वारा रेलवे लाइन किनारे बने पक्का मकान व दुकान को तोड़ने का प्रयास करने के दौरान आग लगने की घटना के बाद उग्र हुई भीड़ ने अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर पथराव शुरू कर दिया।

रेलवे पुलिस, अधिकारी व कर्मी जान बचाकर भागे। भीड़ ने जेसीबी पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद मेहंदगीगंज, आलमगंज, अगमकुआं समेत कई थानों की पुलिस घटना स्थल पहुंची। लोग तितर-बितर हो गए, लेकिन घटनास्थल पर तनाव बरकरार है।

1932 से पहले से रह रहे, जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे

मेहंदीगंज गुमटी से पश्चिम में रेलवे लाइन किनारे दर्जनभर पक्का निर्माण है। इसमें मकान, हार्डवेयर दुकान, चाय नाश्ते की होटल व अन्य दुकानें खुली हैं।

अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे पुलिस व अधिकारी दलबल के साथ पहुंचे थे। इस कार्रवाई को रोकने की गुहार लगाते हुए आंदोलन कर रहे महिला-पुरुष ने कहा कि उनके पूर्वज 1932 से पहले से यहां रहते आ रहे हैं।

रेलवे प्रशासन द्वारा नौ फरवरी को नोटिस दिया गया था। नोटिस की अवधि समाप्त होते ही गुरुवार को टीम अतिक्रमण हटाने पहुंच गई।

प्रभावित लोगों का कहना था कि मामला न्यायालय में लंबित है। 24 फरवरी को सुनवाई होनी है। ऐसे में अधिकारी से दो दिन की मोहलत मांग रहे थे।

आग में झुलसे दुकानदार के परिजन।

रोते स्वजन षड्यंत्र की बात कहते रहे

आग से झुलसे दुकानदार अनिल कुमार व अन्य लोगों के स्वजन रो-रोकर एक ही बात कह रहे थे कि राजनीतिक षड्यंत्र रचकर पूरी कार्रवाई की गई है।

जख्मी अनिल की पत्नी व भाभी ने कहा कि घायल को कुछ हुआ तो साजिश के तहत की गई इस कार्रवाई के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ेंगे।

रेलवे की चहारदीवारी है अधूरी

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस व अधिकारी का कहना था कि गुलजारबाग रेलवे स्टेशन से लेकर पटना साहिब रेलवे स्टेशन तक सुदर्शन पथ किनारे दीवार खड़ी की गई है।

सड़क और रेलवे लाइन को सुरक्षित करने के लिए यह जरूरी था। इस बीच मेहंदीगंज गुमटी के समीप इस अतिक्रमण के कारण कुछ दूरी तक चहारदीवारी नहीं हो सकी है।

एसडीओ ने पुलिस की मौजूदगी में तैनात किया था दंडाधिकारी

एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे के संपदा पदाधिकारी के पत्र के आलोक में रेलवे की भूमि पर ओम प्रकाश शाह एवं जय प्रकाश शाह ने अनाधिकृत रूप से कब्जा किया है।

इस भूखंड को खाली कराने के लिए दंडाधिकारी मंजू कुमारी को प्रतिनियुक्त किया गया था। जीआरपी के थानाध्यक्ष को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था। रेलवे का भूखंड कितना है, इसकी जानकारी नहीं है।

सभी वायरल वीडियो को देखेंगे, पूरे मामले की जांच जारी

एसडीओ ने कहा कि जख्मी की हालत ठीक होने पर बयान लिया जाएगा। दुकानदार द्वारा खुद से आग लगाने की बात सामने आ रही है।

इस घटना से संबंधित वायरल हो रहे वीडियो को एकत्र कर जांच करने के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट होगा। इसके कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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