जागरण संवाददाता, पटना: खुसरुपुर में कर्ज के 15 सौ रुपये ब्याज नहीं चुकाने पर दलित महिला को निर्वस्त्र कर पिटाई और मूत्र पीने को विवश करने के मुख्य आरोपित प्रमोद सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, उसे फतुहा ब्लाक के पास से दबोचा गया।
वहीं, घटना में संलिप्त प्रमोद के पुत्र की तलाश में छापेमारी की जा रही है, उसके खिलाफ पुलिस न्यायालय में वारंट के आवेदन प्रस्तुत कर चुकी है। साथ ही चार अज्ञात की पहचान की जा रही है।
15 मिनट के अंदर मौके पर पहुंची पुलिस
ग्रामीण एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि 23 अक्टूबर की रात ईआरएसएस डायल-112 को सूचना मिली थी कि महिला के साथ मारपीट की गई है। डायल-112 की टीम सूचना के 15 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई।
डायल-112 रिपोर्ट में तब छेड़खानी और मारपीट की बात कही गई थी। पीड़िता के सिर में चोट लगी थी, उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद पीड़िता ने मारपीट तथा अभियुक्तों द्वारा निर्वस्त्र कर मूत्र पिलाने का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें पिता प्रमोद और उसके बेटे को नामजद व चार अज्ञात के खिलाफ केस किया गया।
छह सदस्यीय विशेष टीम की गई है गठित
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ फतुहा के नेतृत्व में छह सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया। गिरफ्तारी के डर से आरोपित पिता-पुत्र घर में ताला बंदकर फरार हो गए थे। टीम ने 72 घंटे बाद मंगलवार को मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि महिला के पास 15 हजार रुपये बकाया था, उसने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि घटना की रात पीड़िता के साथ मारपीट की गई थी। पैना से उसके सिर पर वार भी किया गया था।
पेशाब पिलाने के आरोपी की जांच जारी
वहीं, पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि 15 सौ रुपये बकाया थे। ग्रामीण एसपी ने बताया कि मारपीट की पुष्टि के बाद मूत्र पिलाने के आरोप की जांच की जा रही है।
बेटी की शादी के लिए थे रुपये
पूछताछ में पता चला कि आरोपित कई लोगों को सूद पर रुपये दे चुका है और ब्याज के जाल में फंसाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करता था। आरोपित ने 6-7 साल पहले पीड़िता की बेटी की शादी के नाम पर रुपये दिए थे। रुपये तीन चार बार में दिए गए थे। हालांकि, पुलिस को उसके पास से कोई दस्तावेज नहीं मिला।
गांव में कई और हैं सूदखोर दबंग
आरोपित ने गांव के कुछ और सूदखोर दबंगों का नाम उजागर किया है। जो गांव में कई लोगों को सूद पर रुपये देकर वर्षों से ब्याज के रूप में रुपये वसूल रहे हैं। पुलिस उन सभी की पहचान करने में जुटी है। मूल और ब्याज की रकम वसूलने के लिए कुछ लड़के साथ रखे हैं, जो मारपीट और धमकी देकर जबरन रुपये वसूलते हैं।
पीड़िता के घर पहुंची बिहार राज्य महिला आयोग की टीम
घटना का स्वत: संज्ञान में लेते हुए बिहार राज्य महिला आयोग की दो सदस्यीय टीम मंगलवार को पीड़िता के घर पहुंची।
पीड़िता और स्वजनों से घटना की जानकारी ली। घटना में संलिप्त दोषियों को अतिशीघ्र गिरफ्तार करते हुए उन्हें सजा दिलाने एवं पीड़िता को न्याय दिलाने में सहयोग का आश्वासन दिया।
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