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Patna News: पटना में भूतल के प्रथम लेयर का पानी हुआ खत्म, भविष्य पर मंडरा रहा खतरा

तेजी से समाप्त होते पेड़- पौधों तथा जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं होने के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। भीषण गर्मी में तेजी से भूतल का जलस्तर नीचे जा रहा है। जमीन के भीतर पहले लेयर का पानी लगभग समाप्त हो चुका है। पटना की चौदह बोरिंगों में दस से बीस फीट पाइप बढ़ा कर दूसरे लेयर के पानी तक पहुंचायी गयी है।

By ahmed raza hasmi Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 14 Jun 2024 03:00 PM (IST)
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भूतल के प्रथम लेयर का पानी खत्म, चिंता के साथ खतरा बढ़ा। (सांकेतिक फोटो)

अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। पानी के अंधाधुंध दोहन के कारण  जमीन के भीतर पहले लेयर का पानी लगभग समाप्त हो चुका है। पटना की चौदह बोरिंगों में दस से बीस फीट पाइप बढ़ा कर दूसरे लेयर के पानी तक पहुंचायी गयी है। इस जतन के बाद लाखों लोगों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है।  कई बोरिंग भीषण गर्मी में हांफ रही है। कई बोरिंगों में बार-बार तकनीकी समस्या आने लगी है।

जल पर्षद के सहायक अभियंता विनोद तिवारी एवं कनीय अभियंता मनोज चौधरी ने बताया कि विभिन्न स्तर से पानी की बर्बादी होने के साथ ही पटना क्षेत्र में चल रही विकास परियोजनाओं से जुड़े कार्यों में पेयजल का इस्तेमाल भारी मात्रा में हो रहा है। यह सभी कार्य निजी बोरवेल से होता है। इस कारण विभाग के पास इसका कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है कि पानी का कितना इस्तेमाल परियोजना के निर्माण कार्यों में किया जा रहा है।

जल परिषद के अभियंताओं का कहना है कि जल्द ही पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति जन-जन को जागरूक कर योजनाबद्ध ढंग से काम नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में परिणाम घातक होंगे।

250 फीट तक सूख चुका है पानी

उन्होंने बताया कि कई दिनों से लगातार पड़ रही भीषण गर्मी के कारण जमीन के भीतर 250 फीट पर स्थित पानी का पहला लेयर सूख चुका है। चौदह बोरिंगों में दस से बीस फीट पाइप बढ़ा कर 420 फीट पर स्थित पानी के दूसरे लेयर तक पहुंचाया गया है। शहर के लोगों को इसी दूसरे लेयर से पेयजल आपूर्ति हो रही है।

उन्होंने कहा कि 600 फीट नीचे पानी का तीसरा और अंतिम लेयर अभी सुरक्षित है। खाली हो चुके पहले और तेजी से खाली हो रहे दूसरे लेयर को बरसात में पानी से भरा जाना बेहद जरूरी है।

भविष्य के लिए पौधरोपण करने आना होगा आगे

वन व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले संजीव कुमार यादव ने कहा कि पौधरोपण के लिए हर एक व्यक्ति को आगे आना होगा। हरियाली बढ़ानी होगी। जल संचयन एवं संरक्षण पर गंभीरता से काम करना होगा। ऐसा नहीं हुआ तो पेयजल के लिए हर तरफ हाहाकार मच जाएगा।

पटना की इन बोरिंगों में जोड़ी गयी अतिरिक्त पाइप

अभियंता विनोद तिवारी एवं मनोज चौधरी ने बताया कि वार्ड 34 के पाटलिपुत्र स्थित रेनबो मैदान बोरिंग, वार्ड 44 के मलाही पकड़ी स्थित बोरिंग, वार्ड 45 के नोवेल्टी बिजली ऑफिस एवं लोहा पर केंद्रीय विद्यालय के समीप स्थित बोरिंग, वार्ड 46 के भूतनाथ स्थित सेक्टर-6 की बोरिंग एवं कांटी फैक्ट्री रोड स्थित बोरिंग में दस फीट पाइप तथा वार्ड 53 की गुलजारबाग स्टेडियम बोरिंग, वार्ड 58 की बड़ी पटनदेवी एवं गुलजारबाग पोस्ट आफिस रोड, वार्ड 60 की एसजीजीएस सदर अस्पताल बोरिंग, वार्ड 63 की मोगलपुरा पुलिस चौकी बोरिंग, वार्ड 68 की कर्मलीचक बोरिंग एवं वार्ड 72 की दीदारगंज बोरिंग में बीस फीट अतिरिक्त पाइप जोड़ कर भूतल में पानी के दूसरे लेयर तक पहुंचायी गई है।

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