बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में IIT की तर्ज पर होगी प्लेसमेंट, नौकरी देने आएंगी इंफोसिस और टाटा जैसी नामचीन कंपनियां
बिहार में सरकारी तकनीकी संस्थानों से इंजीनियरिंग की डिग्री लेनेवालों नौकरी देने आइटी सेक्टर की नामचीन कंपनियां आएंगी। पिछले साल इंफोसिस टीसीएस विप्रो और एचसीएल जैसी आइटी सेवा देने वाली दो दर्जन कंपनियों ने 5505 फ्रेशर इंजीनियरों को नौकरी दी थी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों ने ग्रेजुएशन छात्रों को जॉब ऑफर देने की स्वीकृति दी है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में सरकारी तकनीकी संस्थानों से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले नौजवानों को मई-जून में नौकरी देने आइटी सेक्टर की नामचीन कंपनियां आएंगी। पिछले वर्ष इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), विप्रो, टेक महिन्द्रा और एचसीएल जैसी आइटी सेवा देने वाली दो दर्जन कंपनियों ने 5505 फ्रेशर इंजीनियरों को नौकरी दी थी।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों ने इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त छात्रों को जॉब ऑफर देने की स्वीकृति दी है, जिसकी प्लेसमेंट टीम इस साल कॉलेजों के कैम्पस में आने वाली है। एनर्जी, आइटी, इलेक्ट्रानिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर की दर्जन भर कंपनियों ने प्लेसमेंट के लिए आने की स्वीकृति दी है।
तकनीकी संस्थानों में स्किल डेवपलमेंट प्रोग्राम भी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मुताबिक, सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम भी अनिवार्य रूप से चलाने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत विद्यार्थियों को एडवांस सीएनसी मशीनिंग ट्रेनिंग भी दिया जाएगा। सिस्को द्वारा सीएसआर के तहत सीसीएनए और आइटी एसेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम भी संचालित किया जाएगा।बिहार के सभी 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को संस्थान में स्थापित प्लेसमेंट सेल से रोजगार के बारे में जानकारी दी जाएगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा एनआइटी और आइआइटी की तर्ज पर इंजीनियरिंग कॉलेजों में कैंपस प्लेसमेंट के जरिये छात्रों को जॉब दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। विभाग के निर्देश पर पहली बार इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्लेसमेंट सेल का गठन किया गया है।
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