नीतीश की PM मोदी से मुलाकात के बाद केंद्र ने खोला खजाना, छुट्टी वाले दिन भी बिहार को मिल गए करोड़ों रुपये
PM Modi Nitish Kumar बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में हुई मुलाकात अब सियासी कयासबाजी का विषय बनती जा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ओर से जी-20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान दोनों नेताओं की यह मुलाकात हुई है। इसकी तस्वीर खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा की है।
By Edited By: Yogesh SahuUpdated: Sun, 10 Sep 2023 10:35 PM (IST)
PM Modi Nitish Kumar : राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ओर से जी-20 सम्मेलन (G-20 Summit) में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को दिए गए भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात के साथ सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है।
इधर, इस मुलाकात के बाद केंद्र सरकार ने बिहार (Bihar) के लिए अपने खजाने का मुंह खोल दिया है। रविवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद केंद्र सरकार ने बिहार के त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के लिए 1942 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया।
साथ ही इसकी विधिवत सूचना राज्य सरकार को दी गई। केंद्र सरकार से राशि प्राप्त होने की पुष्टि पंचायती राज विभाग (Panchayati Raj) के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने की है।
15वें वित्त आयोग की अनुशंसा
वित्तीय वर्ष 2023-24 में 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के तहत केंद्र सरकार से अनुदान के रूप में कुल 3884 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार को प्राप्त होनी है।इस अनुशंसित राशि में से केंद्र सरकार (central government) द्वारा प्रथम किस्त के रूप में 1942 करोड़ रुपये की राशि पंचायती राज विभाग के खाते में पहुंच गई है। अब पंचायती राज विभाग शीघ्र ही त्रिस्तरीय पंचायतों यानी जिला परिषद, पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायतों के खाते में राशि आवंटित करेगा।
पंचायती राज संस्थाओं को मिलेगी राशि
बता दें कि 15वें वित्त आयोग से मिलने वाली राशि से त्रिस्तरीय पंचायतें स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पीएचसी/सीएचसी, सामुदायिक केंद्रों, बाजारों और खेल के मैदानों का निर्माण कराने की योजना संचालित है।
इसके अलावा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, गांवों में खुले में शौच मुक्त स्थिति और बेहतर स्वच्छता बनाए रखना भी इसमें शामिल है। राशि त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाएं 50 प्रतिशत राशि मूलभूत आवश्यकताओं पर खर्च कर सकेंगी।
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