Bihar Politics: बिहार की एक-एक सीट पर PM Modi की पैनी नजर, जमुई जनसभा के 72 घंटे बाद अब इस सीट पर भरेंगे हुंकार
Lok Sabha Elections 2024 बिहार की एक-एक सीट पर पीएम मोदी की पैनी नजर है। पीएम मोदी की बिहार की सभी 40 सीटों को जीतने की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह महज 72 घंटे के अंदर दूसरी बार बिहार दौरे पर नवादा पहुंच रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी चार अप्रैल को जमुई में जनसभा को संबोधित करने आए थे।
रमण शुक्ला, पटना। लोकसभा चुनाव के महासमर में बिहार की एक-एक सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पैनी नजर है। प्रधानमंत्री की 40 की 40 सीट जीतने की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 72 घंटे के अंदर दूसरी बार बिहार दौरे पर मोदी नवादा पहुंच रहे हैं। इससे पहले चार अप्रैल को मोदी जनसभा को संबोधित करने जमुई आए थे।
अब रविवार को प्रधानमंत्री नवादा की जनता से भाजपा प्रत्याशी विवेक ठाकुर की जीत का भरोसा लेने आ रहे हैं। नवादा शहर के कुंती नगर सभा स्थल से प्रधानमंत्री पहले चरण वाले तीन लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से राजग प्रत्याशियों को विजयी बनाने की अपील करेंगे। इसमें नवादा के साथ औरंगाबाद एवं गया संसदीय क्षेत्र सम्मिलित है।
इससे पहले प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के लिए वोट मांगने मोदी नवादा आए थे।
मोदी की अपील पर क्षेत्र की जनता ने बंपर मतों से गिरिराज सिंह को विजयी बनाया था। अबकी बार मोदी 10 वर्षों अंतराल पर इस संसदीय क्षेत्र में चुनावी सभा को सुबह 10.30 बजे संबोधित करेंगे।
नवादा का चुनावी समीकरण
अब नवादा संसदीय क्षेत्र के राजनीतिक गणित पर नजर डालते हैं। विधायकों गौर करें इस संसदीय क्षेत्र की छह विधानसभा क्षेत्र में चार पर आइएनडीआइए का कब्जा है। जबकि राजग के मात्र दो विधायक हैं। इसमें वारिसलीगंज भाजपा के खाते में तो बरबीघा जदयू के पास है। शेष चार विधानसभा क्षेत्र में तीन (रजौली, नवादा एवं गोविंदपुर) राजद के पास है। जबकि हिसुआ कांग्रेस के खाते हैं।वर्तमान में नवादा संसदीय सीट पर आठ प्रत्याशी ताल ठोंक रहे हैं लेकिन लड़ाई त्रिकोणीय दिख रही है। दमदार प्रत्याशियों में भाजपा के विवेक ठाकुर के अलावा राजद से श्रवण कुशवाहा एवं निर्दलीय प्रत्याशी राजद के बागी विनोद कुमार यादव हैं।राजद प्रमुख लालू यादव ने लगातार इस सीट पर तीन बार मुंह की खाने की बाद अबकी बार स्थिति को भांप लिया है कि भूमिहार बहुल इस क्षेत्र में सिर्फ माय (मुस्लिम-यादव) समीकरण के सहारे भाजपा से मुकाबला नहीं किया जा सकता है। इसलिए लालू ने दूसरे समीकरण पर प्रयोग कर कुशवाहा समाज के श्रवण को मैदान में उतारा है।
ऐसे में इस सीट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की भी परीक्षा है। दोनों नेताओं पर कुशवाहा मतों को साधने का कठिन दायित्व है।
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