पटना : दबंग बिल्डर के होटल व आवास पर इश्तेहार चस्पा, अब होगी कुर्की जब्ती
मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जा करने पहुंचे बिल्डर अनिल सिंह पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। घटना के बाद से फरार चल रहे अनिल सिंह भले ही पुलिस की पकड़ से दूर है, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ वारंट, इश्तेहार से लेकर कुर्की का आदेश भी
By Kajal KumariEdited By: Updated: Tue, 03 May 2016 10:01 PM (IST)
पटना। मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जा करने पहुंचे बिल्डर अनिल सिंह पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। घटना के बाद से फरार चल रहे अनिल सिंह भले ही पुलिस की पकड़ से दूर है, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ वारंट, इश्तेहार से लेकर कुर्की का आदेश भी न्यायालय से ले लिया है।
मंगलवार को पुलिस ने डुगडुगी बजाकर आम लोगों को सूचना देते हुए एक्जीबिशन रोड पर बिल्डर के होटल पाटलिपुत्र एक्जोटिका व फ्रेजर रोड स्थित आवास पर फरारी का इश्तेहार चस्पा किया। 24 घंटे के बाद यानी बुधवार सुबह 10 बजे के बाद पुलिस बिल्डर की संपत्ति की कुर्की-जब्ती करेगी। शुरुआत बिल्डर के होटल व आवास से होगी।बेल बांड को रद करने का अनुरोध
सेंट्रल रेंज डीआइजी शालीन के निर्देश पर पुलिस ने न्यायालय से अनिल के सभी बेल बांड को भी खारिज करने का अनुरोध किया है। डीआइजी ने बिल्डर अनिल सिंह के मामले को गंभीरता से लेते मंगलवार को समीक्षा भी की। इसमें एसएसपी, सिटी एसपी मध्य, कोतवाली डीएसपी सहित कई थाना प्रभारी सहित बिल्डर से जुड़े केस की जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी भी शामिल हुए।बैठक के दौरान बिल्डर से जुड़े केस में पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताते हुए शाहजहांपुर थाना प्रभारी सतीश कुमार और कोतवाली के एक एसआइ के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है। साथ ही बेल पर होने के बाद भी लगातार धोखाधड़ी, मारपीट, जमीन पर कब्जा सहित अन्य मामलों में संलिप्तता और फरारी कबे कारण बेल रद करने की पक्रिया तेज कर दी है।
13 मामले में आरोपी हैं अनिल सिंहबिल्डर अनिल सिंह पर 13 मामले चल रहे हैं। इनमें 9 कोतवाली, 3 गांधी मैदान और 1 आलमगंज थाने में दर्ज है। समीक्षा बैठक में सामने आये इन केसों की समीक्षा करते हुए डीआइजी ने कहा कि अनिल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोई ठोस पहल नहीं की। यहां तक कि किसी भी केस में डायरी तक पूरी नहीं की गई। न ही ठोस साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया।दो दारोगा पर कार्रवाई का निर्देश बिल्डर अनिल सिंह की पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोतवाली, गांधी मैदान सहित आलमगंज थाने में धोखाधड़ी, मारपीट, एससी-एसटी एक्ट, पैसा लेकर फ्लैट न देना, जमीन पर जबरन कब्जा सहित 13 से अधिक केस पहले से दर्ज हैं। लेकिन, पुलिस किसी भी मामले में बिल्डर को छू भी नहीं सकी। यहां तक की पुलिस किसी मामले में केस डायरी तक पूरा नहीं किया, न ही मामले की जांच का प्रयास किया।इसमें कोतवाली में तैनात तत्कालीन दारोगा और वर्तमान में शाहजहांपुर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने ढाई साल बाद भी बिल्डर से जुड़े केस की फाइल तक कोतवाली पुलिस को नहीं सौंपी है। डीआइजी शालिन ने सतीश कुमार और कोतवाली में तैनात एक एसआइ को एक सप्ताह का वक्त दिया है। इसके बाद भी केस फाइल नहीं सौंपी तो निलंबन तय है।______________"मंगलवार को बिल्डर अनिल सिंह के होटल और आवास पर इश्तेहार चस्पा किया गया। फरार चल रहे बिल्डर के संपति की कुर्की-जब्ती का आदेश भी मिल चुका है। इश्तेहार चस्पा होने के चौबीस घंटे बाद पुलिस बिल्डर के होटल और आवास की कुर्की करेगी।"
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