Patna: लापता डॉक्टर का पता लगाने वाले को मिलेगा दो लाख रुपये, अलर्ट पर 3 राज्यों की पुलिस; 13 दिन से तलाश जारी
नालंदा मेडिकल कालेज के फार्माकालोजी विभाग के अध्यक्ष सह परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार पिछले 13 दिनों से लापता हैं। आखिरी बार डॉक्टर सीसीटीव कैमरे में एक मार्च की शाम गांधी सेतु के पाया नंबर 46 पर डाक्टर गाड़ी खड़ी कर पैदल हाजीपुर की तरफ जाते दिखे थे।
By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Tue, 14 Mar 2023 03:53 PM (IST)
पटना, जागरण संवाददाता। नालंदा मेडिकल कालेज के फार्माकालोजी विभाग के अध्यक्ष सह परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर संजय कुमार का पता बताने वाले को पटना पुलिस दो लाख रुपये का इनाम देगी। पुलिस वैज्ञानिक और पारंपरिक तरीके से जांच कर रही है, लेकिन 13 दिन बीत जाने के बाद भी डॉक्टर का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले सभी तरह पहलुओं को टटोला जा रहा है। ये बातें सोमवार को एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहीं।
खंगाले जा चुके हैं सौ से अधिक फुटेज
एसएसपी ने बताया कि जांच के क्रम में सौ से अधिक कैमरों के फुटेज खंगाले जा चुके है। इसमें केवल एक कैमरे में एक मार्च की शाम गांधी सेतु के पाया नंबर 46 पर डाक्टर गाड़ी खड़ी कर पैदल हाजीपुर की तरफ जाते दिखे थे। थोड़ी देर आगे बढ़ने के बाद वे कैमरे की रेंज से बाहर चले गए। इस फुटेज को और साफ करने के लिए सीएफएसएल, नई दिल्ली भेजा गया है। इसके बाद खंगाले गए बाकी फुटेज से डॉक्टर के साथ किसी प्रकार की आपराधिक घटना या अनहोनी से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिले। उनके साथ कोई दूसरा व्यक्ति भी नहीं दिखा।
तीन पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी किया गया अलर्ट
एसएसपी ने बताया कि गंगा के रास्ते बिहार से जुड़े पड़ोसी राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड की पुलिस से भी पत्राचार किया गया है। सिटी एसपी संदीप सिंह लगातार वहां की पुलिस के संपर्क में हैं। 10 मार्च को झारखंड की साहेबगंज पुलिस ने एक शव मिलने की जानकारी दी थी, जिसका सत्यापन भी किया गया।वहां की पुलिस भी अलर्ट है। वहीं, पुलिस ने डॉ संजय के तीन मोबाइल नंबरों की काल रिकार्ड के आधार पर 500 नंबरों को चिह्नित किया था। डॉक्टर से ज्यादातर संपर्क में रहने वाले 53-55 व्यक्तियों से पूछताछ की गई। कुछ लोगों ने बताया कि वे डेढ़-दो महीने से तनाव में थे।
अक्टूबर 2022 के बाद शहर से बाहर नहीं गए चिकित्सक
एसएसपी की मानें तो डॉ संजय दूसरे जिलों के कालेजों का निरीक्षण करने नहीं जाते थे। वे अक्टूबर 2022 के बाद शहर से बाहर नहीं गए। उन्होंने पत्नी सलोनी कुमार से ये क्यों कहा था कि उन्हें मुजफ्फरपुर में कालेज का निरीक्षण करने जाना है? इसका पता लगाया जा रहा है।गुमशुदगी के बाद से डॉक्टर के बैंक खाते से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ। उन्होंने लापता होने से पहले मामूली रकम की निकासी की थी। उनके बैंक अकाउंट में मोटी रकम है, लेकिन हाल के दिनों से सबसे बड़ी निकासी पांच लाख रुपये की हुई थी। ये रुपये उन्होंने घर की मरम्मत करने वाले ठेकेदार को दिए थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।