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बिहार में कांग्रेस अध्यक्ष की बर्खास्तगी से गरमाई राजनीति, वार-पलटवार का दौर शुरू

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी की बर्खास्तगी से राजनीति गरमा गई है। पक्ष-विपक्ष में वार-पलटवार का दौर शुरू है। जदयू अशोक चौधरी के समर्थन में खड़ी दिख रही है।

By Amit AlokEdited By: Updated: Wed, 27 Sep 2017 10:00 PM (IST)
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बिहार में कांग्रेस अध्यक्ष की बर्खास्तगी से गरमाई राजनीति, वार-पलटवार का दौर शुरू

पटना [जेएनएन]। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजद से गठबंधन के विरोधी प्रदेश अध्युक्ष अशोक चौधरी को पद से बर्खास्त कर कौकब कादरी को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। अशोक चौधरी ने आलाकमान के फैसले का स्वागत करते हुए दशहरे बाद कोई 'फैसला' लेने की बात कही है। इसपर बिहार में पक्ष-विपक्ष की राजनीति गरमा गई है।

अशोक चौधरी बोले, दशहरा बाद लेंगे बड़ा फैसला

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा है कि वे आलाकमान के फैसले का स्वागत करते हैं। लेकिन, उन्‍हें हटाने के तरीके पर आपत्ति है। यह काम उनके सम्‍मान की रक्षा करते हुए भी किया जा सकता था। अशोक चौधरी ने पार्टी के खिलाफ जाकर कहा कि बिहार कांग्रेस प्रभारी सीपी जोशी ने आलाकमान को गुमराह किया। अब वे आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। दशहरा के बाद अपना फैसला लेंगे।

जदयू बोला, अब राजद की राह पर कांग्रेस

उधर, जदयू ने अशोक चौधरी की तारीफ की है। जदयू प्रवक्‍ता संजय सिंह ने कहा कि अशोक चौधरी के नेतृत्‍व में कांग्रेस आगे बढ़ रही थी। लालू प्रसाद यादव ने जिसके साथ भी गठबंधन किया, उसे बर्बाद किया। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने भी कहा कि कांग्रेस अब राजद की राह पर है, उसका भगवान भला करे।

कांग्रेस का पलटवार

जदयू के बयानों पर कांग्रेस नेता वीके ठाकुर ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है। जदयू को कांग्रेस के अंदरूनी मामलों से पीडि़त नहीं होना चाहिए।

यह है मामला

- कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को बिहार में पार्टी की सभी कमेटियों को भी भंग कर दिया। साथ ही प्रदेश अध्‍यक्ष अशोक चौधरी को पद से हटा दिया। आलाकमान ने कौकब कादरी को बिहार प्रदेश का कार्यकारी अध्‍यक्ष बनाया। बिहार कांग्रेस प्रभारी डॉ. सीपी जोशी ने इसकी पुष्टि की।
- अशोक चौधरी विवादों से घिर गए थे। उनकी विदाई उसी दिन तय हो गई थी जिस दिन पार्टी आलाकमान ने बिहार के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को दिल्ली तलब कर उनसे पार्टी में टूट पर उनका पक्ष जाना था। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी से हुई मुलाकात के दौरान आधा दर्जन से अधिक विधायकों ने पार्टी को तोडऩे के लिए चल रहे प्रयासों की पुष्टि की थी। कहा जा रहा था कि कांग्रेस के 27 में से 18 विधायक अशोक चौधरी के साथ जदयू में शामिल होने के लिए तैयार बैठे थे।
- पार्टी विधायकों की बात हाल में तब और पुख्ता रूप से सामने आई, जब भागलपुर में बांध टूटने के मामले में अशोक चौधरी ने सरकार के समर्थन में बयान दे दिया। जब पूरा विपक्ष बिहार सरकार और जल संसाधन मंत्री के विरोध में आवाज उठा रहा था, वैसे समय में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि बांध टूटने के मामले में मंत्री दोषी कैसे हो सकता है।
- प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष को हटाए जाने के बाद बिहार कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि कुछ तो मामला रहा ही होगा, जिस कारण आलाकमान ने यह फैसला लिया। कादरी उपाध्‍यक्ष रहे हैं, इसलिए नई जिम्‍मेदारी आसानी से निभाएंगे। कार्यकारी अध्‍यक्ष कादरी ने भी नई जिम्‍मेदारी देने के लिए आलाकमान का आभार व्‍यक्‍त किया।
- अशोक चौधरी को पद से हटाए जाने के बाद पार्टी के विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने कहा कि आलाकमान ने कुछ सोच समझ कर ही फैसला लिया होगा। अशोक चौधरी अच्‍छे अध्‍यक्ष थे। आलाकमान को अब उनसे बेहतर अध्‍यक्ष चुनना चाहिए। दिलीप चौधरी ने दावा किया कि वे अध्‍यक्ष पद के दावेदार हैं। कहा कि उनके अलावा मुन्‍ना तिवारी व तनवीर अख्‍तर भी बेहतर अध्‍यक्ष हो सकते हैं।

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