प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान, कहा- जिला इकाइयों के निर्णय पर इलेक्शन लड़ेगा जन सुराज
प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी स्थिति को स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर जिला इकाइयां बहुमत से निर्णय लेकर संसदीय चुनाव लड़ने का फैसला लेगी और उम्मीदवार तय करेगी तो जन सुराज उसे अपना समर्थन पूरी ताकत से देगा। इसके साथ उन्होंने यह कहा कि जन सुराज अभी राजनीतिक दल नहीं है।
By Jagran NewsEdited By: Mukul KumarUpdated: Mon, 23 Oct 2023 11:38 AM (IST)
सीतामढ़ी, जागरण संवाददाता। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि यदि जिला इकाइयां बहुमत से निर्णय लेकर संसदीय चुनाव लड़ने का फैसला लेगी और उम्मीदवार तय करेगी तो जन सुराज उसे अपना समर्थन पूरी ताकत से देगा।
उन्होंने स्पष्ट किया है कि जन सुराज अभी राजनीतिक दल नहीं है। यह पदयात्रा एक अभियान है जिसमें वे अपनी नजर से समाज की समस्याओं को देखने-समझने, लोगों को लोकतंत्र में मिले अधिकारों को समझाने और बिहार के नव निर्माण में कंधा लगाने का आह्वान कर रहे है।
राजनीतिक पार्टी बनाने पर निर्णय संभव नहीं
उन्होंने स्पष्ट किया है कि जबतक पूरे बिहार के गांवों में पदयात्रा पूरी नहीं हो जाती तब तक राजनीतिक पार्टी बनाने पर निर्णय संभव नहीं है।बिहार के मुख्य प्रवक्ता संजय कुमार ठाकुर के हवाले से प्रशांत किशोर का कहना है कि जन सुराज राजनीति में सुचिता और लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने का अभियान है, जहां सभी निर्णय संस्थापक सदस्यों की आम सहमति से लिया जाना है।
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया है कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार खड़ा कर चुनाव लड़ने अथवा नहीं लड़ने का निर्णय जिलों में सक्रिय जन सुराज की कमिटियों को लेना है। जहां की कमिटियां लड़ने का निर्णय लेंगी वहां जन सुराज अपनी पूरी ताकत से तथा सभी जरुरी संसाधनों से उम्मीदवार को जीताने के लिए मदद करेगा।
पदयात्रा फिलहाल दशहरे तक स्थगित
ठीक उसी तरह जैसे कि सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के उप चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी अफाक अहमद को मदद कर चुनाव जिताया गया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि पूरे बिहार की पदयात्रा पूरी करने के बाद ही बिहार भर के सभी संस्थापक सदस्यों के विराट सम्मेलन में सदस्यों के बहुमत की राय पर पार्टी बनाने और उसका संविधान बनाने का निर्णय लिया जाएगा। प्रशांत किशोर की पदयात्रा फिलहाल दशहरे तक स्थगित है।उसके बाद 26, 27, 28 अक्टूबर तीन दिनों तक सीतामढ़ी जिले के शेष प्रखंडों में इनकी पदयात्रा होगी उसके बाद पड़ोसी जिला मधुबनी में प्रवेश करेंगे।
यह भी पढ़ें- 'बिहार को रसातल में...', प्रशांत किशोर ने फिर साधा निशाना, राजद-जदयू और भाजपा को बताया समान रूप से जिम्मेदारयह भी पढ़ें- प्रशांत किशोर ने नीतीश को लेकर भविष्यवाणी की ... बोले- लिखकर रख लो, साल 2024 में जदयू को मिलेंगी इतनी सीटें
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।