नए रूप में दिखेगी पूर्वांचल एक्सप्रेस; यूपी से बिहार होते हुए कोलकाता जाने वाले यात्रियों को होगा फायदा
गोरखपुर- कोलकाता- गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस को 10 जून से एलएचबी कर दिया जाएगा। बोगी को आकर्षक रंग- रूप दिए जाने से ट्रेन राजधानी जैसी दिखेगी। परिवर्तन से बिहार से यूपी होते हुए कोलकाता जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा।
जासं, सिवान : यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर रेलवे ने पूर्वांचल एक्सप्रेस को नया रूप देने का फैसला किया है। गोरखपुर - कोलकाता - गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस को 10 जून से एलएचबी (लिंक हाफमेन बुश) कर दिया जाएगा। एलएचबी रैक लगने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। साथ ही सभी बोगी को आकर्षक रंग- रूप दिए जाने से ट्रेन राजधानी जैसी दिखेगी। जानकारी के अनुसार 10 जून से गोरखपुर से तथा 11 जून से कोलकाता से इसमें कोच परिवर्तित किए जाएंगे। इसमें जनरेटर सह लगेजयान का एक, एलएसएलआरडी का एक, शयनयान श्रेणी के सात, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के पांच, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक तथा वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी के एक कोच सहित कुल 16 कोच लगाए जाएंगे।
हादसे में इसमें जानमाल का नुकसान कम
एलएचबी कोच में यात्रियों को ट्रेनों की तेज स्पीड में भी झटका नहीं लगता है। हादसे के दौरान जानमाल की कम क्षति होती है। कोच की खासियत यह होती है कि ट्रेन दुर्घटना में एक कोच दूसरे पर नहीं चढ़ती। फिलहाल यह कोच अब तक लगभग महत्वपूर्ण ट्रेनों लगाई जा चुकी हैं।
ट्रेन में बढ़ेगी बर्थ की संख्या
जानकारी के अनुसार एलएचबी कोच के स्लीपर कोच में 80 बर्थ होते हैं, जबकि पुराने कोच में बर्थ की संख्या 72 सीट हैं। वहीं एसी टू में बर्थ की संख्या बढ़कर 46 व एसी थ्री की संख्या 78 हो गई। इसमें अतिरिक्त अधिक स्पेस रहने तथा मोबाइल-लैपटॉप चार्जिंग आदि की सुविधा से भी यात्रियों सुविधा मिलेगी।
दिखने में भी आकर्षक और यात्रा में काफी सुरक्षित
वाराणसी मंडल के जन संपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस ट्रेन के सभी रैक को दस जून से एलएचबी में परिवर्तित कर दिया जाएगा। एलएचबी कोच में बर्थ की संख्या बढ़ जाती है। यह दिखने में भी आकर्षक और यात्रा में काफी सुरक्षित है।