'पहले बिहार में तूफान उठता है फिर..., तेजस्वी की रैली में थोड़ी नई तो थोड़ी पुरानी दिखी राहुल की मोहब्बत की दुकान
अपने हर संवाद-संदेश में पिछली बातों की पुनरावृत्ति कर राहुल गांधी संभवत यह जताना चाहते हों कि वे उन मुद्दों पर अटल-अडिग हैं। रविवार को महागठबंधन की जन-विश्वास महारैली के मंच पर भी उनका यही अंदाज रहा। अपनी धुन में मगन राहुल बोले राजनीति की नब्ज का केंद्र-बिंदु बिहार है। देश में बदलाव होता है उससे पहले बिहार में तूफान उठता जो दूसरे प्रदेशों तक फैल जाता है।
राज्य ब्यूरो, पटना। रविवार को महागठबंधन की जन-विश्वास महारैली में राहुल ने कहा कि राजनीति की नब्ज का केंद्र-बिंदु बिहार है। देश में बदलाव होता है, उससे पहले बिहार में तूफान उठता है, जो दूसरे प्रदेशों तक फैल जाता है। महागठबंधन क्या है, नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान। राहुल गांधी ये बातें अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में हर पड़ाव पर करते रहे हैं।
आर्थिक-सामाजिक न्याय की दुहाई देते उन्होंने एक बार फिर जाति आधारित जनगणना को देश के लिए आवश्यक बताया और अग्निवीर योजना को युवाओं के विरुद्ध। नियमित सैनिकों की तुलना में वेतन-विसंगति, बलिदानी का दर्ज, प्रशिक्षण, सुख-सुविधा और मान-सम्मान आदि में अंतर पर प्रश्न खड़े किए।
पूंजीपतियों के लिए काम करते हैं पीएम
राहुल गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी मात्र दो-तीन पूंजीपतियों के लिए काम करते हैं। उनका 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया। मजदूरों-किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई। 40 वर्ष में सबसे अधिक बेरोजगारी देश में है। जीएसटी और नोटबंदी को उन्होंने छोटे व मध्यम वर्ग के कारोबारियों के बर्बाद होने का कारण बताया।
राहुंल गांधी ने प्रधानमंत्री पर एक-दो उद्योगपतियों को लाभ के सारे काम सौंप देने का आरोप लगाया। कहा कि पहले पब्लिक सेक्टर होता था। उससे गरीबों को रोजगार-नौकरी मिलती थी। मोदी ने गरीबों के सारे रास्ते बंद कर दिया। रोजगार का उल्लेख करते हुए उन्होंने तेजस्वी यादव का उदाहरण दिया।
8 महीने के अंतराल पर पहुंचे पटना
राहुल गांधी आठ माह के अंतराल पर पटना पहुंचे थे और लगभग एक हफ्ते के बाद बिहार। इस अंतराल में उनका अंदाज कुछ और आक्रामक हुआ है। चुनावी मुद्दे की जुगत में उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार समाज के 73 प्रतिशत वंचित वर्ग की उपेक्षा कर रही है। देश में किसानों, युवाओं और वंचितों के साथ अन्याय हो रहा है। नफरत का कारण उन्होंने हर वर्ग के विरुद्ध हो रहे अन्याय को बताया।
देश में चल रही विचारधारा की लड़ाई
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक पार्टी नफरत पैदा कर रही, लेकिन हम मोहब्बत की दुकान सजा रहे हैं। भाजपा और आरएसएस से नहीं डरने की बात करते हुए आइएनडीआइए की सरकार बनाने की प्रतिबद्धता जताई। पिछले वर्ष 23 जून को आइएनडीआइए के गठन के उद्देश्य से आहूत बैठक में सहभागिता के लिए राहुल पटना आए थे तो बिहार में महागठबंधन की सरकार थी।
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