रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी... अब देश में गरमाएगी लोकसभा चुनाव की राजनीति, बिहार से शुरू होगा सियासी 'खेल'
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसके बाद अब देश में लोकसभा चुनाव की राजनीति गरमाएगी। इसकी शुरुआत बिहार के सीमांचल से होगी। एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) एवं आईएनडीआईए (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) के बड़े नेता अपने चुनावी अभियान का श्रीगणेश यही से करेंगे। जेपी नड्डा कटिहार में तो राहुल गांधी पूर्णिया में रैली करेंगे।
रमण शुक्ला, पटना। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब देश में लोकसभा चुनाव की राजनीति जोर पकड़ने लगेगी। बिहार में इसकी शुरुआत सीमांचल से होगी। राजग एवं आइएनडीआइए के बड़े नेता अपने चुनावी अभियान का श्रीगणेश यहीं से करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कटिहार में 30 जनवरी को चुनावी अभियान शुरू करेंगे। वे भाजपा की ओर से चार लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं यानी पूर्णिया क्लस्टर में आने वाले संसदीय क्षेत्र की रैली को संबोधित करेंगे।
हालांकि, रैली की तिथि में फेरबदल की संभावना भी है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी 30 या 31 जनवरी को पूर्णिया या कटिहार में रैली करेंगे। इसके बाद वे बंगाल की सीमा में प्रवेश करेंगे। 2019 में एनडीए की उस समय की सहयोगी जदयू ने कटिहार एवं पूर्णिया संसदीय क्षेत्र पर जीत हासिल की थी।
अररिया संसदीय क्षेत्र में भाजपा ने परचम लहराया था, जबकि किशनगंज कांग्रेस के हिस्से में गई थी। दो प्रमुख दलों के दो बड़े नेताओं के सीमांचल में होने से तय है कि अब लोकसभा चुनाव की राजनीति गरमाएगी।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारी तेज
सीमांचल के चार जिलों में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के स्वागत की तैयारी शुरू हो गई है। पूर्णिया में ही जनसभा की तैयारी प्रदेश कांग्रेस के लोग कर रहे हैं। उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था पूर्णिया या अररिया में होगी। उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारी सीमांचल में पहुंचकर गहन छानबीन में लगे हुए हैं। सुरक्षा क्लीयरेंस के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनका रात्रि विश्राम पूर्णिया या अररिया में से कहां होगा।
हालांकि रैली वाले जिले की बजाए किसी दूसरे संसदीय क्षेत्र में रात्रि विश्राम कराने पर बिहार कांग्रेस नेताओं का ज्यादा जोर है। राहुल की न्याय यात्रा किशनगंज के रास्ते बिहार में प्रवेश करेगी। सीमांचल का क्षेत्र कांग्रेस के लिए अनुकूल रहा है। विपरीत राजनीतिक परिस्थितियों में भी इस इलाके में कांग्रेस के पांच विधायक व एक सांसद हैं।
कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक शकील अहमद खान विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं। कांग्रेस के बड़े चेहरे व पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर कटिहार से सांसद रह चुके हैं। राहुल की यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है कि कांग्रेस का जो वोट बैंक क्षेत्रीय दलों के पास गया है, उसे वापस किया जाए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।