बिहार में भीषण गर्मी का कहर, 14 लोगों ने दम तोड़ा, 337 बच्चे बीमार; 8 जून तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश
राज्य में भीषण गर्मी व लू का कहर जारी है। इसकी चपेट में आने से स्कूली छात्र-छात्राओं व आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी बच्चों को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री ने 30 मई से 8 जून तक राज्य के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों आंगनबाड़ी केंद्रों तथा कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।
जागरण टीम, पटना। बिहार में बढ़ते तापमान और हीट वेव की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बुधवार को कई हिस्सों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। औरंगाबाद में सर्वाधिक 48.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, गया में बुधवार को अधिकतम तापमान का 54 वर्षों का रिकार्ड टूट गया।
बुधवार को गया का अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके पूर्व 14 मई, 1970 को गया का अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
भीषण गर्मी से 13 लोगों के मौत की सूचना
बुधवार को राज्यभर में लू लगने से बिहार पुलिस के एक दारोगा व अरुणाचल पुलिस के एक हवलदार समेत 13 लोगों की मौत की सूचना है।औरंगाबाद व भोजपुर में तीन-तीन, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, बेगूसराय, छपरा, रोहतास, अरवल व नालंदा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।वहीं, भीषण गर्मी की वजह राज्यभर में 337 छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं की तबीयत बिगड़ गई। इनमें कई अचेत हो गए। कुछ की नाक से खून निकने की भी शिकायत रही। मुजफ्फरपुर के विभिन्न स्कूलों में दर्जनभर बच्चे बेहोश हो गए।
उल्लेखनीय है कि सूबे में शिक्षा विभागके अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार सरकारी विद्यालयों का संचालन सुबह छह से दोपहर एक बजे के बीच किया जा रहा था। जबकि निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी है।विदित हो कि पहले गर्मी की छुट्टी मई माह में होती थी, किंतु इस साल अप्रैल माह में ही छुट्टी कर दी गई। भीषण गर्मी की चपेट में आने से बच्चे तो बच्चे, शिक्षक, सफाईकर्मी व रसोइया तक बेहोश हो गए।
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