Bihar Politics: 'चवन्नी छाप किताब छोड़ें... नेहरू मंत्रालय बना दें', RJD के सांसद का अमित शाह को करारा जवाब
अमित शाह ने सदन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को घेरा था। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू की गलत नीतियों की वजह से ही कश्मीर को कई वर्षों तक नुकसान उठाना पड़ा। इसपर राजद के सांसद मनोज झा ने अमित शाह को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि चवन्नी छाप किताब छोड़कर उन्हें नेहरू मंत्रालय बना देना चाहिए।
By Jagran NewsEdited By: Mukul KumarUpdated: Thu, 07 Dec 2023 01:26 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, पटना। भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ टिप्पणी को लेकर देश भर में सियासत गरमा गई है। विपक्षी दल गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोल रहे हैं। राजद प्रमुख लालू यादव के बाद RJD सांसद मनोज झा ने भी शाह को करारा जवाब दिया है।
मीडिया से बात करते हुए मनोज झा ने कहा कि जिस व्यक्ति को जानकारी कम होती है या कम पढ़ें-लिखे हों, जिनकी पूरी ट्रेनिंग संघ के चवन्नी छाप किताबों से हो, वह इससे ज्यादा क्या बोल सकते हैं? उन्होंने आगे कहा कि उन्हें श्यामा प्रसाद मुखर्जी के और महदेव देसाई के लास्ट पेज को देखना चाहिए।
झा ने आगे कहा कि अगर आपलोगों (भाजपा) को इतना ही नेहरू से खौफ है तो मोदी जी जवाहरलाल नेहरू मंत्रालय नाम से एक डिपार्ट्मेंट बनवा दीजिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि यदि समस्या है तो नेहरू पर एक दिन 12 घंटे की चर्चा कर लें, सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।#WATCH | On Union Home Minister Amit Shah's statement regarding former PM Jawaharlal Nehru, RJD MP Manoj Jha says, "...Read the letters of Syama Prasad Mookerjee, look at the last phase of Mahadev Desai. You will get to know everything. I believe that if you are so scared of… https://t.co/WFd5iIfnKy pic.twitter.com/vBPvJW7hlg
— ANI (@ANI) December 7, 2023
इस बयान पर विपक्ष ने शाह को घेरा
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू के फैसले के कारण दो गलतियां हुईं, जिसकी वजह से कश्मीर को कई सालों तक नुकसान उठाना पड़ा।उन्होंने कहा कि पहला ये था कि युद्धविराम की घोषणा करना - जब हमारी सेना जीत रही थी, सीजफायर लगाया गया। अगर तीन दिन बाद सीजफायर होता तो पीओके आज भारत का हिस्सा होता...दूसरा यह कि अपने आंतरिक मुद्दे को यूएन में ले जाना। शाह के इसी बयान पर विपक्ष उनको घेरने लगा है।
यह भी पढ़ें- 'कहां से जीतेगा? नहीं-नहीं.. एक भी सीट नहीं जीतेगा', Lalu Yadav का ठेठ अंदाज, लोकसभा चुनाव को लेकर कर दिया बड़ा दावायह भी पढ़ें- BPSC Teacher Salary: बीपीएससी शिक्षकों को किस आधार पर मिलेगा वेतन? आसान भाषा में समझें यहां
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।