Lalu Yadav: 'अगर मेरे पापा को कुछ हुआ...', ईडी की पूछताछ पर भड़कीं लालू यादव की बेटी; ढाई घंटे से चल रही इंटेरोगेशन
जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी राजद सुप्रीमो लालू यादव से पूछताछ कर रही है। लालू यादव से पटना में ही पूछताछ चल रही है। घर के बाद राजद के कार्यकर्ता भी जुटे हुए हैं। वहीं लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ईडी की पूछताछ पर भड़क गईं हैं। उन्होंने कहा है कि अगर उनके पिता को कुछ तो उसकी जिम्मेदारी गिरगिट की होगी।
डिजिटल डेस्क, पटना। Lalu Yadav Daughter Rohini Acharya जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी लालू यादव से पूछताछ कर रही है। वहीं, लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ईडी की पूछताछ पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ये तक कह दिया कि अगर मेरे पापा को आज कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार गिरगिट के साथ साथ सीबीआई-ईडी और इनके मालिक होंगे।
रोहिणी आचार्य ने एक्स पर लिखा, "ये ईडी अफसरों का अमानवीय व्यवहार है। आपको और आपके आका को सब को पता है पापा की हालात कैसी है, वो बिना सहारे चल नहीं सकते फिर भी बिना उनके सहायक को गेट के अंदर घुसने नहीं दिया। अनुरोध करने पर भी आपने मीसा दी या उनके सहायक को नहीं जाने दिया। प्लीज आप लोग मेरी मदद करें।"
मेरे पापा को आज कुछ हुआ तो इसका ज़िम्मेदार गिरगिट के साथ साथ cbi Ed और इनके मालिक होंगे
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 29, 2024
'अगर मेरे पापा को खरोंच आया...'
उन्होंने अगले पोस्ट में लिखा- "अगर मेरे पापा को खरोंच आया तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा mark my words... सब को मालूम है पापा की क्या हालात है... बिना मदद के चल नहीं सकते फिर भी कितना गिरोगे गीदड़ों... ये गुदड़ी का लाल लालू है... शेर अकेला है कमजोर नहीं।"
क्या है नौकरी के बदले जमीन मामला?
कथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे। आरोप पत्र में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा तत्कालीन रेलवे महाप्रबंधक का नाम भी शामिल है। रेलवे में नियुक्ति दिलाने के बदले में लालू प्रसाद यादव ने कथित तौर पर उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों की जमीनों को अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर बिक्री के लिए हस्तांतरित कर दिया।सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में आरोप पत्र दायर किया था। सीबीआई के अनुसार, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी पदों पर स्थानापन्न के रूप में भर्ती किया गया था और जब उनके परिवारों ने जमीन का सौदा किया तो उन्हें नियमित कर दिया गया।रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत लेकर जमीन लेने के आरोप की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है। इस मामले में सीबीआई ने आरोप पत्र भी दाखिल किया था।
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: नीतीश की 'पलटी' ने बदला बिहार का सियासी समीकरण; अब महागठबंधन में वैकेंसी, NDA हाउसफुलये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 'भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे', नीतीश कुमार ने कही थी ये बात; कांग्रेस ने दिलाई याद
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।