भोजपुर में पांच फीट गहरी कब्र से शव निकलते ही मचा बवाल, आरा-मोहनिया नेशनल हाइवे पर लगा जाम
शव को पांच फीट अंदर गड्ढा खोदकर छिपा दिया गया था। गुरुवार को जब पुलिस ने जीसीबी से तीन-चार जगहों से बारी-बारी से गड्ढा खोदा तब जाकर शव मिल सका। इसके बाद अंतत शव मिल गया। शव क्षत-विक्षत हालत में था। कपड़े से शव की पहचान हो सकी ।
By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Fri, 17 Dec 2021 10:40 AM (IST)
आरा, जागरण संवाददाता। भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना के गणपत टोला निवासी अपहृत युवक विशाल राज की निर्मम तरीके से हत्या कर शव को जमीन में दफनाए जाने से आक्रोशित ग्रामीण शुक्रवार की सुबह सड़क पर उतर गए। जगदीशपुर के नयका टोला मोड़ के समीप आरा-मोहनिया एनएच-30 को शव के साथ जाम कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। टायर जलाकर आगजनी भी की जा रही है। गुस्साए लोग दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी व मुआवजा की मांग कर रहे हैं। गणपत टोला से करीब 13 दिनों पहले से अगवा विशाल की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी। साथ ही, साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को जमीन में दफना दिया गया था।
गुरुवार को शव की बरामदगी गणपत टोला प्राथमिक विद्यालय के समीप से हो सकी थी। जेसीबी से जमीन की खोदाई कर शव को बरामद किया गया था। मृतक 24 वर्षीय विशाल राज गणपत टोला निवासी अजय राज का पुत्र था। पेशे से राज मिस्त्री था। पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को उठाया है। शुरुआती जांच में इस घटना को पैसा एवं अफेयर संबंधी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। वैसे, मृतक की मां गांव के ही उसके दोस्त समेत तीन लोगों पर पैसे के लेनदेन को लेकर हत्या कर शव को दफनाए जाने का आरोप लगाया है।
घर से कपड़ा सिलवाने निकला था तभी से चला आ रहा था गायब
स्वजनों के अनुसार तीन दिसंबर को गणपत टोला निवासी अजय राज का पुत्र विशाल राज बाइक से इसाढी बाजार पर कपड़ा खरीदने के लिए गया हुआ था। इसके बाद नया टोला मोड़ पर दर्जी के पास कपड़ा सिलवाने के लिए गया हुआ था। इसके बाद साढे़ 12 बजे विशाल का मोबाइल स्विच आफ बताने लगा था। स्वजनों ने विशाल की काफी खोजबीन की, लेकिन विशाल का कोई सुराग नहीं मिल पाया। विशाल के भाई विक्रांत राय ने जगदीशपुर थाना, डीएसपी और भोजपुर एसपी को भाई के गायब होने को लेकर अर्जी दी थी। इसके बाद पुलिस ने अपहरण संबंधी केस दर्ज कर तफ्तीश में जुटी थी।
साक्ष्य छिपाने के लिए दूसरी जगह फेंक दी गई थी बाइक
विशाल की बाइक गणपत टोला के पास ही पड़ी थी, लेकिन साक्ष्य छिपाने के लिए बाइक को फिर धनगाई थाना क्षेत्र के बजवाबर पयहारी जी के मठिया के पास झाड़ी में फेंक दिया गया था। अनुसंधान के दौरान पुलिस ने जिस जगह से शुरू में बाइक मिली थी, उस जगह की जेसीबी मंगाकर खोदाई शुरू की गई। इसके बाद अंतत: शव मिल गया। शव क्षत-विक्षत हालत में था। कपड़े से शव की पहचान हो सकी ।
पांच फीट गहरा खोदाई कर छिपाया गया था शवपुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में यह बात आ रही कि गला घोंटकर हत्या की गई है। साक्ष्य छिपाने की नीयत से शव को पांच फीट अंदर गड्ढा खोदकर छिपा दिया गया था। गुरुवार को जब पुलिस ने जीसीबी से तीन-चार जगहों से बारी-बारी से गड्ढा खोदा तब जाकर शव मिल सका।
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