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बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले कांग्रेस में घमासान, पांच मिनिस्टर बनाने को लेकर सदाकत आश्रम में हंगामा

Bihar News बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 16 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार की खबर है। लेकिन इससे पहले कांग्रेस के अंदर बवाल मच गया है। सोमवार को सदाकत आश्रम में कांग्रेस कोटे से पांच मंत्री बनाने की मांग को लेकर हंगामा किया गया।

By Rahul KumarEdited By: Updated: Tue, 16 Aug 2022 08:43 AM (IST)
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सोनिया गांधी, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव। फाइल फोटो
पटना, आनलाइन डेस्क। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अब सबकी निगाह मंत्रिमंडल विस्तार पर है। जानकारी के मुताबिक 16 अगस्त को नीतीश कैबिनेट के मंत्री शपथ ले सकते हैं। महागठबंधन में शामिल पार्टियों की तरफ से मंत्रियों की लिस्ट भी फाइनल कर ली गई है और सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में कितनी हिस्सेदारी होगी, इसपर भी सहमति का दावा किया जा रहा है। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के पहले कांग्रेस में बवाल मच गया है। सोमवार को सदाकत आश्रम में कांग्रेस कोटे से पांच मंत्री बनाए जाने को लेकर खूब हंगामा देखने को मिला।

पांच मंत्री बनाने की मांग को लेकर हंगामा

बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है। इससे पहले सोमवार को पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस में बवाल देखा गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि विधायकों की संख्या के आधार में कैबिनेट में हमारे पांच मंत्री होने चाहिए। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के खिलाफ भी बयानबाजी की।कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव गयासुद्दीन खान ने कहा कि विधायकों की संख्या के आधार पर कांग्रेस को मंत्रिमंडल में जगह मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी की पार्टी के एक विधायक हैं, उनकी पार्टी से एक मंत्री बनाया जा रहा है। वैसे ही कांग्रेस की विधायकों की संख्या को देखते हुए पांच मंत्रीपद मिलना चाहिए। मंत्रिमंडल में सबकी भागदारी होनी चाहिए। हंगामे के बाद कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने आकर मामले को संभाला।

कांग्रेस से दो मंत्री बनने की खबर

बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रभारी भक्त चरण दास की सोनिया गांधी के साथ लंबी चली बैठक के बाद सरकार में शामिल होने पर सहमति बनी है। खबर यह है कि फिलहाल नए मंत्रिमंडल में कांग्रेस कोटे से दो लोग मंत्री बनेंगे। दो अन्य मंत्रियों का कोटा खाली रखा जाएगा। अगली बार जब मंत्रिमंडल विस्तार होगा तो दो अन्य को मौका दिया जाएगा, लेकिन इसके पहले सभी विधायकों को पार्टी को बिाहर में मजबूत जनाधार दिलाने के लिए फील्ड में जाकर काम करना होगा। इसके बाद रैंकिंग के आधार पर दो अन्य को मंत्री पद सौंपा जाएगा।

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