Bihar Politics: 'दिमाग खराब है क्या? ये RJD नहीं है...', Tejashwi Yadav पर भड़क गए सम्राट चौधरी, ये है पूरा मामला
Bihar Politics चुनाव से पहले बिहार में तमाम मुद्दों को लेकर वार-पलटवार जारी है। बिहार में सोमवार को एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग हो चुकी है। भाजपा बिहार में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं जदयू के खाते में 16 सीटें गई हैं। इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को गुस्से वाले अंदाज में देखा गया है। उन्होंने तेजस्वी यादव को जमकर सुनाया है।
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi बिहार में एनडीए की सीट शेयरिंग (NDA Seat Sharing) हो चुकी है। भाजपा बिहार में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब पार्टी इन सीटों पर योग्य उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुटी है। इस बीच, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) को गुस्से वाले अंदाज में देखा गया है।
दरअसल, चुनाव से पहले बिहार में पेपर लीक (BPSC Paper Leak Case) का मामला तूल पकड़ चुका है। इस मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पेपर लीक के लिए बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। इसको लेकर, सम्राट चौधरी मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर भड़क गए।
सम्राट चौधरी ने कहा कि दिमाग खराब है क्या उनका? ये राजद (RJD) नहीं है, दिमाग ठीक कर लें। एक-एक चीजों की जांच हो रही है। बीपीएससी में पूरा देश जानता है कि लालू जी के राज में चेयरमैन जेल चला जाता था। जिन लोगों ने प्रश्न लीक किया है, उनपर कार्रवाई होगी। वह युवा नहीं अपराधी हैं।
ये राजद नहीं है, दिमाग ठीक कर लें।
एक-एक चीजों की जांच हो रही है।
-माननीय उपमुख्यमंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष श्री @samrat4bjp pic.twitter.com/mCzJapNZfm
तेजस्वी ने ट्वीट के जरिए भाजपा पर बोला था हमला
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिए नीतीश कुमार और भाजपा पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि हमारे 17 महीनों का सुनहरा कार्यकाल जिसमें पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से युवाओं को 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी गयी, वह बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का स्वर्णिम काल था।
अब नीतीश-भाजपा सरकार ने डेढ़ महीने में ही 17 साल के पुराने कारनामों को दोहराते हुए नक़ल माफिया को इतना प्रोत्साहन दे दिया कि BPSC शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में प्रतियोगी परीक्षाओं के विश्व इतिहास में प्रथम बार ऐड्मिट कार्ड में ही ऐंसर की बतायी जा रही है।
और तो और पेपर लीक कराने वाले नकल माफिया को बचाने के लिए इनके वरिष्ठ मंत्री प्रशासन पर दबाव बना रहे है। पुलिस को फोन कर रहे मंत्रियों का नाम- बूझों तो जाने?
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