Video: बिहार में 'गैंग्स आफ वासेपुर', यहां से लाश तो दूर खबर तक बाहर नहीं आती; फौजी और सिपाही का चलता है राज
Video of Gang War बिहार का एक इलाका ऐसा है जिसके बारे में जानकर आपको गैंग आफ वासेपुर भी कमतर नजर आने लगेंगे। यहां फौजी और सिपाही गैंग की हुकूमत चलती है। पुलिस वाले भी इस इलाके में जाने पर सावधानी बरतते हैं और समूह में ही जाते हैं।
By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Sat, 01 Oct 2022 02:38 PM (IST)
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar News: बिहार में भी एक 'वासेपुर' है, जहां गैंग्स आफ फौजी और सिपाही का राज चलता है। यहां गोलियां चलती हैं, तो गिनती नहीं होती। लाशें गिरती हैं तो उनकी खबर तक बाहर नहीं आती। यहां बिना किसी डिग्री के 60 हजार रुपए महीने की नौकरी पक्की है। और इसके लिए योग्यता यह है कि आपके पास एक पिस्टल होनी चाहिए थी। जरूरत पड़ने पर गोली झाेंक देने की हिम्मत।
गोलियों के खर्च की परवाह नहीं करते
गोलियां के खर्च की परवाह आपको नहीं करनी है। जो आपको सैलरी देगा, वहीं आपको झोला भर-भरकर गोलियां देगा। बस आपको जरूरत पड़ने पर पीछे नहीं हटना है। या तो सामने वाले को गोली मारकर गिरा देना है या खुद गोली खाकर गिर जाना है। बीते बुधवार की रात यह इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा, तो ऐसा ही हुुुआ। वैसे यहां दिन हो या रात, गोली चलाने वाले इस पर ध्यान नहीं देते।साउथ की फिल्म नहीं, भोजपुरी बेल्ट का रियल एक्शन है।
देख लीजिए बाबू, ई है बिहार
जाति के ठीकेदारों ने बना रखा है लाचार pic.twitter.com/Jet6ZBMQIG
— Shubh Narayan Pathak (@PathakSNarayan) January 23, 2022
गंगा और सोन के दियारा में चलता है गुंडा राज
यह बिहार की राजधानी पटना से केवल 30 किलोमीटर दूर गंगा और सोन नदी के दियारा में होता है। पटना, सारण (छपरा), भोजपुर और अरवल जिले से लगते दियारा में बालू तस्करों का समांतर राज चलता है। इनका खौफ ऐसा है कि बालू का ठीका लेने वाली बड़ी कंपनी ब्राडसन ने हाथ खड़े कर दिए थे। ये भी पढ़ें, दो हजार रुपए हर दिन की नौकरी के लिए डिग्री नहीं हथियार चाहिए, बिहार के कई जिलों में इनका नेटवर्क