Bihar : बच्चों को स्कूल भेजने से पहले अच्छी तरह पढ़ लें ये एडवाइजरी, पटना में डेंगू को लेकर DM हुए सख्त
बिहार में डेंगू के बढ़ते हुए मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच राजधानी पटना में जिलाधिकारी सरकारी और निजी स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी है। इसे सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को भेजा दिया गया है। इसके दिशा-निर्देशों को लागू कराने की जिम्मेदारी भी स्कूलों को ही दी गई है। ऐसे में बच्चों के अभिभावकों को भी कुछ बातें ध्यान रखनी होंगी।
जागरण संवाददाता, पटना। डेंगू के प्रकोप से छात्र-छात्राओं को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी (Dengue Advisory) जारी की है। जिलाधिकारी की तरफ से सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों तथा सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को दी गयी एडवाइजरी में कहा गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि छात्र-छात्राएं पूरी बांह की शर्ट और फुल पैंट पहनकर स्कूल आएं।
विद्यालयों के आसपास के नाले आदि में पर्याप्त मात्रा में एंटीलार्वा रसायन का छिड़काव एवं साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग, नगर निकायों तथा शिक्षा विभाग के जिला-स्तरीय पदाधिकारियों को विद्यालय क्षेत्रों में डेंगू के कारण, प्रारंभिक लक्षण तथा बचने के उपायों के बारे में संवेदीकरण अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
छात्र-छात्राओं को जागरूक कर डेंगू के प्रभाव (Dengue) को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को अपने स्तर से सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों तथा सभी महाविद्यालयों में हेल्थ एडवायजरी के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को जल-जमाव वाले स्थानों में एंटीलार्वा रसायन (टेमीफास) का छिड़काव, साफ-सफाई तथा फागिंग कराना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
डेंगू ज्वर फैलने के श्रोत
डेंगू ज्वर के प्रसार के लिए एडिस मच्छर मुख्य रूप से जिम्मेदार है। यह मच्छर दिन में काटता है एवं साफ पानी में पनपता है।
इन मच्छरों का प्रजनन टूटे-फूटे बर्तनों, गमला, फूलदान, कूलर, एसी, फ्रिज की पानी निकासी ट्रे-पानी टंकी एवं घर के अंदर तथा अगल-बगल जमे पानी में होता है।
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प्रारंभिक लक्षण
बुखार, बदन दर्द, सर दर्द, आंखों के पीछे एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा में लाल धब्बे, नाक, मसूढ़ों या उल्टी से रक्त श्राव होना एवं काला पैखाना होना इत्यादि।
बचाव के उपाय
दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना, मच्छर भगाने वाली दवा-क्रीम का प्रयोग दिन में भी करना, पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनना, घर में सभी कमरों को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाए रखना, जमे हुए पानी पर मिट्टी तेल डालना, गमला, फूलदान का पानी बदलना आदि।
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