Bihar Politics : इन पांच सीटों पर महागठबंधन की 2019 से अलग रणनीति, क्या इस बार NDA को दे सकेंगे पटखनी?
Bihar Political News पहले चरण का चुनाव समाप्त हो गया है। अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण का चुनाव होना है। दूसरे चरण में बिहार की जिन सीटों पर चुनाव है एनडीए के सामने कांग्रेस और राजद आधी लड़ाई लड़ेंगे। पांच सीट पर जदयू के सामने तीन सीट पर कांग्रेस तो दो पर राजद उम्मीदवार होंगे। सभी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
सुनील राज, पटना। Bihar Politics In Hindi दूसरे चरण के चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। दूसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर मतदान होना है। इसको लेकर सभी दल अब कमोबेश पूरी तरह से तैयार हैं। दोनों गठबंधन का ध्यान अब दूसरे चरण की लड़ाई पर है।
दूसरे चरण में जिन पांच सीटों पर चुनाव होना है उसमें बांका, पूर्णिया, भागलपुर और कटिहार सीटों पर 2019 का चुनाव जदयू ने जीता था। जबकि किशनगंज की एक मात्र सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। दूसरे चरण के इस चुनाव में पांच सीटों पर एनडीए की सहयोगी जदयू के उम्मीदवार मैदान में होंगे।
जबकि महागठबंधन की ओर से तीन सीट कटिहार, किशनगंज और भागलपुर में एनडीए के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे तो दो सीट बांका और पूर्णिया में राजद जदयू को टक्कर देगा। महागठबंधन के इन दो प्रमुख दलों पर आधी-आधी लड़ाई का जिम्मा होगा।
2014 और 2019 से जदयू के कब्जे में पूर्णिया संसदीय सीट
दूसरे चरण की इन पांच सीटों की बात की जाए तो पूर्णिया संसदीय सीट 2014 और 2019 से जदयू के कब्जे में रही है। इस सीट पर 2009 और 2004 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। जबकि 1999 के लोकसभा चुनाव में राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने स्वतंत्र रूप से जीत दर्ज की थी।
राष्ट्रीय जनता दल ने पूर्णिया संसदीय सीट पर 1989 में कब्जा किया था। तब पार्टी के वरिष्ठ नेता मो. तस्लीमुद्दीन ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1991 और 1996 में यह सीट पप्पू यादव के कब्जे में रही। इस बार राजद ने यहां से बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है। बीमा के खिलाफ जदयू ने पूर्व विजेता संतोष कुशवाहा को उतारा है।
इन दोनों के बीच पप्पू यादव भी चुनाव मैदान में और निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं। बांका संसदीय सीट वैसी सीट है जहां से मधु लिमये, चंद्रशेखर सिंह और मनोरमा देवी चुनाव जीतती रही हैं। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दिग्विजय सिंह और बाद में उनकी पत्नी पुतुल सिंह ने भी जीता।
2014 के लोकसभा चुनाव में राजद ने जयप्रकाश नारायण यादव को उम्मीदवारी दी और वे चुनाव जीतने में सफल भी रहे। लेकिन, 2019 के चुनाव में जदयू उम्मीदवार गिरिधारी यादव ने जय प्रकाश को पराजित करते हुए सीट अपने नाम कर ली।
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