अब बिहार पहुंचा कांग्रेस का 'इस्तीफा-इस्तीफा', प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने छोड़ा पद
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने इस्तीफा दिया। उन्होंने बिहार में कांग्रेस की करारी शिकस्त की जिम्मेवारी ली।
पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद में कांग्रेस में इन दिनों 'इस्तीफा-इस्तीफा' चल रहा है। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर कई राज्यों के प्रभारी तक शामिल हैं। अब यह 'इस्तीफा-इस्तीफा' बिहार भी पहुंच चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बिहार में लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी ली है। इस हार के लिए राहुल गांधी कहीं से जिम्मेवार नहीं हैं।
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बिहार की करारी हार को लेकर उनके नेतृत्व पर अंगुलियां उठ रही थीं। इसे लेकर पार्टी के अंदर भी मतभेद चल रहे थे। इसी को लेकर बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने इस्तीफा दिया है। कहा जा रहा है कि इसकी जानकारी उन्होंने राहुल गांधी को भी दे दी है। उन्होंने बिहार में कांग्रेस के नौ में से आठ उम्मीदवाराें की हार की जिम्मेवारी ली है।
गोहिल ने कहा कि पराजय के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कहीं से जिम्मेवार नहीं हैं। हम सब जमीन पर काम कर रहे थे, इसलिए पराजय की जिम्मेवारी हम सब की है। राहुल गांधी को पद छोडऩे की जरूरत नहीं है। हम सब हार से दुखी हैं, लेकिन हताश नहीं हैं। सांप्रदायिक और गरीब विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूरी टीम जिम्मेवारी से चुनाव लड़ रही थी। वैसे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी ने गोहिल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस को नौ सीटें मिली थीं। इनमें से पार्टी के आठ उम्मीदवार हार गए। महज एक प्रत्याशी की जीत हुई। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ जावेद अहमद ने किशनगंज से यह जीत दर्ज की। खास बात कि महागठबंधन में शामिल बाकी दलों का खाता तक नहीं खुला। राजद, हिंदुस्तानी अावाम मोर्चा, रालोसपा व हम को एक भी सीट नहीं मिली।
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