शनिवार को ही खुल गए थे कुछ प्रतिमाओं के पट
पटना के बंगाली अखाड़ा सहित कुछ पूजा पंडालों में प्रतिमाओं के पट शनिवार को यानी षष्ठी तिथि में ही खुल गए थे। शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अंतर्गत मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरुपों की पूजा की जा रही है। शनिवार को षष्ठी तिथि के साथ ज्येष्ठा नक्षत्र व आयुष्मान योग में देवी के षष्ठम स्वरूप में माता कात्यायनी की पूजन हुई।
सौभाग्य योग में दर्शन देंगी मां दुर्गा
देवी को प्रसन्न करने में श्रद्धालु पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने में लगे हैं। ज्योतिष आचार्य राकेश झा ने बताया कि रविवार को सप्तमी तिथि, मूल नक्षत्र एवं सौभाग्य योग में सभी पूजा पंडालों, मंदिरों एवं घरों में स्थापित माता जगत जननी का विधि-विधान से पूजा करने के बाद वेदोक्त मंत्रोचार के साथ माता के पट खुल जाएंगे।
शाम साढ़े छह बजे तक सप्तमी तिथि
रविवार को देवी के सातवें स्वरूप माता कालरात्रि की पूजा भी होगी सप्तमी तिथि शाम 06:22 बजे तक है । पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 07:42 बजे से दोपहर 11:39 बजे तक फिर 01:08 बजे 02:36 बजे तक है । इसी समय के अंतराल में माता का पट खुलेगा। श्रद्धालुओं को माता जगदम्बा का दिव्य दर्शन सुबह से ही होने लगा है। पत्रिका प्रवेश की पूजा एवं मध्यरात्रि में अष्टमी तिथि हो जाने महानिशा पूजा भी आज ही होगी।
आज से शुरू होगी चार दिवसीय विशेष पूजा
रविवार को आश्विन शुक्ल सप्तमी में देवी दुर्गा का पट खुलने के बाद श्रद्धालु अगले चार दिनों तक माता की विशेष अराधना में लीन हो जाएंगे। पट खुलने के बाद श्रद्धालुओं को माता का विहंगम दर्शन प्राप्त होगा। तीन अक्टूबर सोमवार को महाष्टमी में माता महागौरी की पूजा के साथ शृंगार पूजा भी होगी।
मंगलवार को महानवमी की पूजा
वहीं महानवमी दिन मंगलवार को सिद्धिदात्री माता का पूजा, दुर्गा सप्तशती पाठ का समापन, हवन, पुष्पांजलि व कन्या पूजन किया जाएगा। आश्विन शुक्ल दशमी बुधवार को विजयादशमी का पर्व होगा। इसी दिन देवी की विदाई और जयंती धारण किया जाएगा।
दुर्गा पूजा पर मंगल तालाब के समीप चैतन्य झांकी
पटना सिटी के मंगल तालाब स्थित मनोज कमलिया स्टेडियम के बाहर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की ओर से दुर्गा पूजा पर आज से तीन दिनों की चैतन्य झांकियां लगाई जाएगी। संस्था की प्रभारी ब्रह्म कुमारी रानी दीदी ने बताया कि दो से चार अक्टूबर तक शाम छह से रात 11 बजे तक झांकी लगाई जाएगी। झांकी में दुर्गा, लक्ष्मी, काली, सरस्वती व ज्ञान गंगा की जीवंत प्रदर्शनी होगी।
शक्तिपीठ में भक्त लगा रहे भगवती के चरणों में हाजिरी
पवित्र शारदीय नवरात्र में शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को भक्तों ने देवी के छठे स्वरूप कात्यायनी की उपासना की। श्रद्धालु मां भगवती के अलौकिक दर्शन कर लगातार परिवार की सुख-शांति की कामना कर रहे हैं। नवरात्र को लेकर पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। जगह-जगह श्रद्धालु टोलियां बनाकर मां के भजन में लीन दिखे।
शक्तिपीठ में निशा पूजा आज, महाअष्टमी व्रत कल
पूजा पंडालों में शनिवार को अधिकांश स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर दी गई। रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नवपत्रिका प्रवेश का अनुष्ठान होगा। उपासक देवी के सातवें स्वरूप कालरात्रि का उपासना करेंगे। वहीं तांत्रिक तंत्र साधना करेंगे। मारूफगंज श्री बड़ी देवी जी में महाषष्ठी पूजा व आमंत्रण अधिवास का अनुष्ठान हुआ। रविवार को महासप्तमी पूजा व दुर्गा देवी नवपत्रिका प्रवेश का अनुष्ठान होगा।
50 हजार से अधिक भक्त कर रहे हैं मां भगवती के दर्शन
शक्तिपीठ बड़ी पटन देवी में भोर से ही मां भगवती के दर्शन के लिए श्रद्धालु लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। महंत विजय शंकर गिरि ने बताया कि प्रतिदिन बड़ी पटनदेवी में सुबह से शाम तक पचास हजार से अधिक भक्त मां भगवती के दर्शन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का निरंतर आना जारी है। इधर छोटी पटन देवी व अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से उमड़ रही है।
उत्साह व मंत्रोच्चार के साथ खुले माता के पट
मनेर प्रखंड और नगर में शारदीय नवरात्रा की सप्तमी तिथि को पट खुलते ही पूजा स्थलों पर माता के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। मनेर नगर पंचायत के सरस्वती सदन पुस्तकालय स्थित बड़ी देवी माता पूजा समिति, काजी मुहल्ला स्थित मंझली माता, अस्पताल मोड़ छोटी माता, थाना क्षेत्र अंतर्गत सराय,बलुआं खासपुर, शेरपुर, ब्रह्मचारी आदि जगहों पर रविवार को संगीतमय धुन में काली दुर्गे का पाठ किया गया।