पटना पहुंचे मक्का के इमाम शेख सालेह अल तालिब
इमाम-ए-हरमयानी काबा शरीफ, मक्का के इमाम शेख सालेह अल तालिब शनिवार सुबह फ्लाइट से पटना पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एयरपोर्ट से उन्हें होटल मौर्य ले जाया गया। उन्हें शुक्रवार को ही आना था पर वीजा नहीं मिलने से वे नहीं आ सके थे।
पटना। इमाम-ए-हरमयानी काबा शरीफ, मक्का के इमाम शेख सालेह अल तालिब शनिवार सुबह फ्लाइट से पटना पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एयरपोर्ट से उन्हें होटल मौर्य ले जाया गया। उन्हें शुक्रवार को ही आना था पर वीजा नहीं मिलने से वे नहीं आ सके थे।
कल काबा के इमाम के बिना ही अदा हुई थी जुमे की नमाज
पटना के गांधी मैदान में ‘अमन कांफ्रेंस’ में काबा के इमाम के बिना ही जुमे की नमाज अदा की गई। काबा के इमाम शेख सालेह अल तालिब के कांफ्रेंस में नहीं पहुंचने से मुसलमानों में मायूसी छाई रही। बिहार के विभिन्न कोनों से आए लोग कहते दिखे कि अगर इमाम आते तो गांधी मैदान का नजारा कुछ अलग होता। पटना का गांधी मैदान ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनता।
नहीं दिखी भीड़:
काबा के इमाम शेख सालेह अल तालिब के नहीं आने से लोगों की भीड़ भी कम दिख रही है। आयोजकों ने कहा कि जिस भीड़ की उम्मीद की गई थी वह नहीं दिख रही है।
इमाम पढ़ाने वाले थे नमाज:
तौहीद एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से आयोजित अमन कॉन्फ्रेंस में इमाम-ए-काबा राज्यभर के लाखों मुसलमानों को जुमे की नमाज पढ़ाने वाले थे। शाम में वे अमन का पैगाम देते। ट्रस्ट के चेयरमैन मोतिउर्रहमान ने बताया कि अफसोस कि हम कामयाब नहीं हो सके, लेकिन हमारी कोशिश जारी रहेगी।
काबा की कल्पना भी इबादत: कटिहार से आए नूर मोहम्मद कहते हैं दुनिया के किसी भी कोने से जब लोग पांचों वक्त की नमाज अदा करते हैं, तो अपनी नीयत में यह कहते हैं कि ‘मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ’। काबा की कल्पना भी एक इबादत है तो फिर सोचिए यह कितनी बड़ी खुशनसीबी होती जब हम काबा के इमाम के पीछे जुमे की नमाज अदा कर पाते। मायूसी तो हुई है, लेकिन ना उम्मीद नहीं हैं।