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VIDEO: नालंदा मेडिकल कॉलेज के ICU में तैर रहीं मछलियां, पानी निकालने में जुटा प्रशासन

भारी बारिश से पटना बदहाल है। राजधानी का नालंदा मेडिकल कॉलेज तालाब बन गया है। एनएमसीएच के आइसीयू तक में पानी घुसा हुआ है। हालांकि, सोमवार को पानी निकालने का काम शुरू हो चुका है।

By Amit AlokEdited By: Updated: Mon, 30 Jul 2018 11:12 PM (IST)
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VIDEO: नालंदा मेडिकल कॉलेज के ICU में तैर रहीं मछलियां, पानी निकालने में जुटा प्रशासन
पटना [जेएनएन]। दो दिनों से जारी भारी बारिश से पटना में जगह-जगह जल-जमाव का नजारा है। निचले इलाकों में दो से चार फीट तक पानी जमा हो गया है। बिहार के दूसरे बड़े अस्‍पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) के आइसीयू तक में गंदा पानी घुस गया है। वार्डों में मरीज बेड पर लेटे हैं और नीचे फर्श पर बहते पानी में कीड़े रेंग रहे हैं। अस्‍पताल व आसपास जमा पानी में मछलियां भी तैर रहीं हैं। हालांकि, सोमवार की सुबह बारिश थमने के बाद अस्‍पताल परिसर से पानी निकालने का काम शुरू हो गया है।


यह हाल पूरे पटना का है। भारी बारिश के कारण नगर के निचले इलाके जलमग्‍न हैं। पटना की जीवन रेखा मानी जानी वाली सड़क 'बेली रोड' का एक भाग धंस गया है। हाल यह है कि उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी के सरकारी आवास में भी पानी घुस गया है।

तालाब बना अस्‍पताल
भारी बारिश से पटना में जल-जमाव हो गया है। एनएमसीएच तो तालाब बना दिख रहा है। ऊपर मरीज बेड व स्‍ट्रेेचर पर हैं और नीचे फर्श पर पानी बह रहा है। डॉक्टर -नर्स व अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी पानी के बीच मरीजों का इलाज करने को मजबूर हैं। अस्‍पताल में यह हाल केवल ओपीडी या वार्डों का ही नहीं, आइसीयू का भी है। गंभीर मीहजों के इलाज के लिए बने आइसीयू में भी पानी है।

इस अस्‍पताल में प्रतिदिन हजारों मरीज आते हैं। लेकिन, अस्पताल में जल-जमाव के कारण उनका इलाज बुरी तरह प्रभावित है। राहत की बात यह है कि सोमवार को अस्‍पताल से पानी निकालने का काम आरंभ है। उम्‍मीद है कि शाम तक परिसर से जल-जमाव से मुक्‍त कर लिया जाएगा।

पटना में जगह-जगह जल-जमाव से परेशानी
यह हाल केवल एनएमसीएच तक सीमित नहीं। दरअसल, पटना में जगह-जगह सम्प हाउस के ठीक से काम नहीं करने के कारण पानी का समुचित निकास नहीं हो पा रहा है। नगर निगम का पूरा तंत्र मूसलधार बारिश के आगे बेबस नजर आ रहा है। अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर से लेकर सड़क व गली तक जलमग्न हो गए हैं। कई इलाकों में लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। दुकान, मकान व गोदाम तक में पानी प्रवेश कर गया है।

एनएमसीएच के आसपास स्थित फार्मेसी कॉलेज, टीबी सेंटर, अस्पताल मार्ग, बीएनआर मोड से लेकर सुलतानगंज व महेन्द्र ट्रेनिंग स्कूल के समीप अशोक राजपथ, कृषि बाजार समिति मुसल्लहपुर, गुलजारबाग व मीनाबाजार मंडी, बाचस्पति नगर, बहादुरपुर हाउङ्क्षसग कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर, रेलवे लाइन के दक्षिण में कई मोहल्ले जलमग्न हैं।

नाला और सड़क का फर्क समाप्त
सैदपुर-रामपुर नाला के दोनों किनारों की बदहाल सड़क लोगों के लिए जानलेवा बन गई है। बारिश के पानी और गंदगी से नाला सड़क पर उबल गया है। नाला और सड़क के पानी से लबालब हो जाने के कारण दोनों के बीच का फर्क समाप्त हो गया है। इससे वाहनों एवं लोगों के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है। किसी भी क्षण हादसा होने की आशंका है।
मुसल्लहपुर स्थित बाजार समिति मंडी भी तालाब में तब्दील हो गया है। परिसर से पानी का निकास नहीं होने के कारण पानी दुकानों व गोदामों में प्रवेश कर गया है। यहां का कारोबार पूरी तरह से बाधित हो गया है।
बारिश से धंसी बेली रोड
राजधानी में मानसून की पहली भारी बारिश में रविवार की सुबह नगर की जीवन रेखा (lifeline) 'बेली रोड' का एक लेन धंस जाने के कारण उसपर यातायात बंद कर दिया गया है। मुख्‍यमंत्री ने घटना के साथ इलाके में भूजल स्‍तर की जांच का भी आदेश दिया है।

बेली रोड पर बिहार लोक सेवा आयोग के कार्यालय के सामने एक पीलर के लिए खुदाई की गई थी। दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण वहां मिट्टी धंस गई है। सड़क के दोनों तरफ की एक-एक लेन के धंस जाने के कारण उसपर यातायात रोक दिया गया है। फिलहाल, उस रास्‍ते से होकर जाने वाली गाडि़यों को न्यू सचिवालय की तरफ से डायवर्ट किया गया है।

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