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Bihar Police : बिहार में राजधानी पटना की पुलिस का ये है हाल, जिन्हें देनी है सुरक्षा; वही लूट रहे

बिहार में हत्या लूट डकैती चोरी जैसे अपराध बढ़ते जा रहा हैं। इन अपराधों को रोकने या इनका खुलासा करने की जिम्मेदारी पुलिस विभाग के पास होती है। परंतु इन दिनों कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आई हैं जो इस विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा करती हैं। कुछ पुलिस कर्मियों के ऐसे भ्रष्ट आचरण का खामियाजा ईमानदार सहकर्मियों और पीड़ितों को भुगतना पड़ता है।

By Ashish ShuklaEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 28 Sep 2023 09:38 AM (IST)
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Bihar Police : बिहार में राजधानी पटना की पुलिस का ये है हाल, जिन्हें देनी है सुरक्षा; वही लूट रहे
Bihar Police : जागरण संवाददाता, पटना। पुलिस पर पैसे वसूली के आरोप लगते रहे हैं, मामले भी अंकित हुए हैं और कार्रवाई भी, पर अब ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं, जो आपसे अपने बैंक खाते में ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करा लेंगे। बेउर थाने के दारोगा सहित चार कर्मी गिरफ्तार किए गए हैं। यह हाल तब है, जब पूर्व भी अवैध वसूली पर पूरे थाने की पुलिस को एक साथ बड़ी कार्रवाई हुई।

फरवरी 2017 में रुपये लेकर शराब वाहन को छोड़ने में बेउर के तत्कालीन थानेदार सहित 29 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। जुलाई 2019 में रिश्वत लेकर सिक्का लुटेरों को छोड़ने के आरोप में इसी थाने के प्रभारी थानेदार सहित पांच पुलिसकर्मियों को जेल भेजा गया था। अब आनलाइन रकम ट्रांसफर कराने में नप गए। जिस पर सुरक्षा की जवाबदेही, वही लूटपाट करे तो आम जनता का क्या होगा, बड़ा प्रश्न है।

दो जवानों ने व्यवसायी से लूटा सोना

छपरा के भगवान बाजार थाना क्षेत्र में वर्ष 2022 में बरेली के सराफा व्यवसायियों से एक किलो सोना एवं पांच लाख रुपये लूटा गया था। वर्दी में दोनों ने वारदात की थी। सारण पुलिस ने बीएसएपी के दो जवानों को इस मामले में पटना से गिरफ्तार किया था।

इस लूटकांड के अलावा गड़खा थाना क्षेत्र में 2021 में कोलकाता के स्वर्ण व्यवसायी से लूटकांड में भी इनकी संलिप्तता उजागर हुई थी। जून 2021 में रामकृष्णानगर थाने में तैनात तीन जवानों को रिश्वत लेने और रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी हुई।

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इन पर हो चुकी है कार्रवाई

  • अगस्त 2018 : अवैध वसूली मामले में एक साथ मालसलामी व दीदारगंज थानेदार निलंबित और 93 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर।
  • नवंबर 2019 : नो इंट्री में रुपये लेकर लोडेड वाहनों को पार कराने के आरोप में 13 पदाधिकारी सहित 45 पुलिसकर्मी सस्पेंड।
  • अगस्त 2020 : दानापुर थाने में दारोगा को विजलेंस की टीम ने 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ किया गिरफ्तार।
  • जून 2021 : दीदारगंज के तत्कालीन थानेदार को 60 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। थानेदार व एक जवान गिरफ्तार।
  • फरवरी 2022 : बिहटा में बालू लदे वाहनों से वसूली करने में चौराहे पर तैनात चालक जवान, चौकीदार सहित छह गिरफ्तार।
  • अगस्त 2022 : दीदारगंज चेकपोस्ट पर रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ने के मामले में पांच जवान समेत सात को गिरफ्तार किया गया।
  • सितंबर 2023 : बेउर थाने के दारोगा, हवलदार, होमगार्ड और निजी चालक सहित चार को अवैध वसूली में गिरफ्तार किया गया।
  • जून 2023 : राजीव नगर के तत्कालीन थानेदार को घूस लेने के आरोप में निलंबित कर उसी थाने में उनके खिलाफ केस हुआ।
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