हर्ष बीएन कालेज के स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र थे। वे मेधावी छात्र होने के साथ राजनीति में भी काफी सक्रिय थे। साथ में लोकनायक युवा परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। लोकसभा चुनाव में भी उनकी सक्रियता नजर आई थे। वे समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी शांभवी चौधरी के चुनाव प्रचार में जुटे थे।
इस हत्या के खिलाफ शहर के कारगिल चौक पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। गांधी मैदान मच स्टेशन रोड अशोक राजपथ शाहिद आसपास के इलाके में ट्रैफिक जाम है। पुलिस बल पूर्वक विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को हिरासत में लेने के लिए कार्रवाई कर रही है।
इसमें गिरफ्तारी भी हो गई है। बिहटा के अमहरा निवासी चंदन यादव की। चंदन पटना कॉलेज के जैक्शन हॉस्टल में रहता था।
25 मई को छठे चरण का मतदान होने के बाद पटना लौटे थे
वह 25 मई को छठे चरण का मतदान होने के बाद पटना लौटे थे। वे पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के आगामी चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोकने वाले थे। इसके लिए अभी से ही संघर्ष कर रहे थे। उनकी हत्या के विरोध में मंगलवार को पटना विश्वविद्यालय बंद रहेगा।मूलरूप से वैशाली जिले के बेलसर थानांतर्गत मझौली गांव निवासी हर्ष राज पटना के बोरिंग रोड में रहकर पढ़ाई करते थे। ला कालेज में बीएन कालेज के स्नातक की परीक्षा चल रही है।
परीक्षा समाप्त होने के बाद हर्ष क्लासरूम से बाहर निकले और परिसर में आकर बुलेट बाइक पर बैठे ही थे कि आधा दर्जन की संख्या में रहे हमलावर उनपर टूट पड़े। उन्होंने लाठी-डंडे से हर्ष की बुरी तरह पिटाई कर दी। ईंट-पत्थर से भी पीठ और पेट पर वार किया। बेहोश होने तक पीटते रहे, फिर बाइक से फरार हो गए।
लहूलुहान हालत में हर्ष को पीएमसीएच में भर्ती कराया
मारपीट की सूचना पर उनके मित्र लॉ कालेज पहुंचे और लहूलुहान हालत में हर्ष को पीएमसीएच में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। एक छात्रा ने हर्ष के मोबाइल से काल कर उनके माता-पिता को वारदात की सूचना दी।
इधर, सूचना मिलते ही पटना सिटी एएसपी शरथ आरएस आसपास के थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों से घटना की जानकारी ली। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। डाग स्क्वायड को भी बुलाया गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।सिटी एसपी (पूर्वी) भारत सोनी ने बताया कि हत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और आपसी विवाद समेत सभी बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
कॉलेज में पुलिस के सामने गोली-बम चलना सामान्य बात
पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज में पुलिस पिकेट होने के बावजूद मारपीट, बमबाजी और फायरिंग की खबरें आम हैं। लूट का मामला भी हाल में सामने आया था। ला कालेज सुरक्षाविहीन था, जिसका फायदा उठाकर सोमवार को अपराधियों ने परिसर में ही छात्र की पीटकर हत्या कर दी।हर्ष राज की निर्मम हत्या से छात्रों में आक्रोश है। बवाल की आशंका पर पुलिस ने पटना विश्वविद्यालय के आसपास के इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया है। हत्या से इलाके के लोग भी सहम गए हैं।
पुलिस ने जब प्रत्यक्षदर्शियों से हत्यारों के बारे में जानने की कोशिश की तो सभी ने कहा कि उनके चेहरे ढके थे और सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि वे किसी को देख नहीं पाए। आरोपितों की बाइक का नंबर तो दूर कोई मॉडल या रंग तक नहीं बता पाया।
विवाद का एक और कारण आया सामना
हर्ष की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर छात्र राजनीति से जुड़े विरोधियों में द्वेष की भावना तो थी ही, पर विवाद का एक और कारण सामने आया है। पिछले साल दुर्गा पूजा पर डांडिया नाइट्स का आयोजन किया गया था, जिसके मुख्य कर्ता-धर्ता हर्ष ही थे। इसको लेकर भी छात्रों के एक गुट से उनका विवाद चल रहा था।
पुलिस आयोजन से संबंधित मामले के बारे में उनके साथियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही विरोधियों का पता लगाया जा रहा है। मोबाइल का काल रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
पुलिस के हाथ लगे पांच और दो सेकेंड के वीडियो
देर शाम पुलिस के हाथ दो वीडियो लगे हैं। इनमें एक पांच और दूसरा दो सेकेंड का है। दोनों वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी तेजी से प्रसारित हो रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि लाठी-डंडे लेकर पहुंचे नकाबपोश बदमाशों को देखते ही परिसर में भगदड़ मच गई।
हर्ष को जमीन पर पटकने के बाद हमलावर ईंट से उन्हें कूच रहे थे। इस वीडियो के जरिये पुलिस आरोपितों की पहचान करने में जुटी है। घटना के समय परिसर में 50 से अधिक की संख्या में लोग थे, लेकिन हर्ष को कोई बचाने नहीं आया।
इकलौते पुत्र का शव देख फूट पड़े माता-पिता
हर्ष के पिता अजीत कुमार एक हिंदी दैनिक समाचारपत्र (दैनिक जागरण नहीं) के वैशाली जिले से संवाददाता हैं। मां गृहणी हैं। वे दो भाई-बहन में बड़े थे। उनकी छोटी बहन का इस वर्ष इंटरमीडिएट में दाखिला हुआ था। पीएमसीएच में बेटे का शव स्ट्रेचर पर देख कर माता-पिता फूट-फूट कर रोने लगे।
पिता ने कहा कि हर्ष पीयू छात्रसंघ के अध्यक्ष बनना चाहते थे। उन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया तो हर्ष ने कहा कि अब तक पासआउट छात्र ही अध्यक्ष बने हैं। वे इतिहास बदलना चाहते हैं। वे कोरोना काल में भी समाजसेवी के रूप में सक्रिय रहे थे। लालगंज (वैशाली) में भी वे लोगों के बीच प्रिय थे।मौत की खबर सुनकर गांव में रहे बूढ़े दादा-दादी की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं। उनके दादा मिडिल स्कूल से सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। एक चाचा पटना हाईकोर्ट में अधिवक्ता, जबकि दूसरे गांव पर ही किसानी करते हैं। चाची शालू कुमारी वर्तमान में पंचायत समिति की सदस्य हैं।
किसी ने नहीं किया बीच बचाव
परीक्षा देकर निकले विद्यार्थियों ने बताया कि करीब 20 मिनट तक परिसर में मारपीट होती रही, लेकिन कालेज के गार्ड, शिक्षक या कर्मचारियों ने कोई बीच बचाव नहीं किया। जब हमला करने वाले परिसर से बाहर निकल गए तो कालेज के शिक्षक व अन्य कर्मी आए।
एक साल से खराब है सीसीटीवी
पटना लॉ कालेज परिसर में सात निश्चय योजना के तहत सीसीटीवी लगाया गया था। यह करीब एक वर्ष से खराब है। इस कारण प्रशासन के पास घटना का कोई फुटेज नहीं है। कालेज के प्राचार्य वाणी भूषण ने बताया कि पिछले माह विश्वविद्यालय प्रशासन को कालेज के जीर्णोद्धार के लिये आग्रह किया गया था।वहीं, बीएन कालेज के प्राचार्य डॉ. राज किशोर ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुये दोषी लोगों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। विश्वविद्यालय छात्रसंघ के सदस्यों ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
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