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'फेमस टीचर के नाम पर कोचिंग में एडमिशन ना लें', Super-30 वाले Anand Kumar का छात्रों को संदेश

दिल्ली कोचिंग हादसे पर सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार (Super 30 Anand Kumar) ने दोटूक जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी घटनाओं पर फेमस टीचर्स को बोलना चाहिए। इस मुद्दे पर बात होनी चाहिए। उन्होंने छात्रों को भी संदेश दिया। आनंद कुमार ने कहा कि छात्रों को प्रसिद्ध शिक्षकों के नाम पर एडमिशन लेने के बजाय सेल्फ-स्टडी पर ध्यान देना चाहिए।

By Agency Edited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 02 Aug 2024 12:44 PM (IST)
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सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने दिल्ली कोचिंग हादसे पर बात की।
एजेंसी, पटना/नई दिल्ली। दिल्ली के कोचिंग संस्थान में हुए हादसे पर अब सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। आनंद कुमार ने हादसे पर दुख जाहिर किया और इशारों ही इशारों में फेमस शिक्षकों को टारगेट पर भी लिया। आनंद कुमार ने कहा कि ऐसी घटना पर बड़े नाम वाले शिक्षकों को आगे आकर बोलना चाहिए, क्योंकि यह उनका कर्तव्य है।

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आनंद कुमार ने कोचिंग सेंटर बेसमेंट हादसे पर स्पष्ट रूप से कहा, "हर किसी को अपनी गलतियों को स्वीकार करना सीखना चाहिए और उन्हें सुधारने का प्रयास करना चाहिए"।

'इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए'

आनंद कुमार ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि हर शिक्षक को ऐसी घटना पर बोलना चाहिए और अब भी इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए। जब ​​आपने मुझे आकर बोलने के लिए कहा, तो बोलना मेरा कर्तव्य था।

'मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन...'

उन्होंने आगे कहा, "मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मैं यह बात सभी से कहना चाहता हूं कि अगर आपने गलतियां की हैं तो उन्हें सुधारने का प्रयास करें। अपनी गलती स्वीकार न करना उचित नहीं है। गलती तो किसी से भी हो सकती है, लेकिन अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए और कानून के मुताबिक काम करना चाहिए"।

छात्रों को आनंद कुमार का संदेश

सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने सेल्फ-स्टडी के महत्व पर भी खासा जोर दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रसिद्ध शिक्षकों के नाम पर एडमिशन लेने के बजाय सेल्फ-स्टडी पर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा, "मैं छात्रों को यह संदेश देना चाहता हूं कि कृपया किसी भी कोचिंग संस्थान में सावधानी से प्रवेश लें। यह जरूरी नहीं है कि जो शिक्षक प्रसिद्ध हैं, वे ही अच्छा पढ़ाते हैं, इसलिए शिक्षक के नाम या परिणाम पर ध्यान केंद्रित न करें। उनके स्टडी मटेरियल की जांच करें। जांचें कि कौन-सा शिक्षक आपको चीजों को बेहतर ढंग से समझा सकता है। उन शिक्षकों का चयन करें जिनके साथ आप बेहतर तरीके से जुड़ सकते हैं।

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