Move to Jagran APP

'KK Pathak के जाने का समय आ गया है', MLC की पेंशन रोकने पर भड़के Sushil Modi; CM नीतीश पर भी लगाए गंभीर आरोप

KK Pathak News बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने एमएलसी संजय कुमार सिंह की पेंशन रोकने के मामले पर नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर शिक्षा विभाग लगातार ऐसे आदेश जारी कर रहा है जिससे शिक्षक अपमानित महसूस कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक का भी अब जाने का समय आ गया है।

By Raman ShuklaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Thu, 30 Nov 2023 08:43 PM (IST)
Hero Image
'KK Pathak के जाने का समय आ गया है', MLC की पेंशन रोकने पर भड़के Sushil Modi (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। Sushil Modi On KK Pathak राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर शिक्षा विभाग लगातार ऐसे आदेश जारी कर रहा है, जिनसे स्कूली शिक्षक ही नहीं, कॉलेज-विश्वविद्यालय के शिक्षकों तक के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है और वे अपमानित अनुभव कर रहे हैं।

सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा विभाग के तानाशाही पूर्ण रवैये के विरुद्ध शिक्षक संगठनों के सामने आंदोलन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जिन्हें शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव (केके पाठक) बनाया है, वे किसी भी विभाग में एक साल से अधिक नहीं टिके। उनके इस विभाग से भी जाने का समय आ गया है।

'अफसरों का मन इतना बढ़ गया है कि...'

सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा विभाग के अफसरों का मन इतना बढ़ गया है कि अब वे विश्वविद्यालय शिक्षकों के संगठन फूटा के महासचिव और कॉलेज शिक्षक सह विधान परिषद सदस्य संजय कुमार सिंह के बयान देने पर उनका पेंशन रोकने का आदेश जारी कर रहे हैं। ऐसे आदेश बिना नीतीश कुमार की सहमति के जारी नहीं हो सकते।

सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा विभाग अपनी सीमा का अतिक्रमण कर विश्वविद्यालय शिक्षकों से स्कूल टीचर की तरह काम लेना चाहता है, इसलिए प्रतिदिन पांच क्लास नहीं लेने पर वेतन और पेंशन रोकने का आदेश दिया गया है।

ये भी पढ़ें- 'मैं अमित शाह तो हूं नहीं...', BJP के 'चाणक्य' पर RJD सांसद मनोझ झा का तंज; Tejashwi Yadav ने भी कह दी बड़ी बात

ये भी पढ़ें- 'केके पाठक की मानसिक स्थिति...', शिक्षा विभाग के ACS पर क्यों भड़के MLC संजय सिंह; आखिर क्या है पूरा मामला

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।