Bihar Politics: सुशील मोदी ने JDU को दिखाई 'औकात', Nitish Kumar को दे दी इन सीटों से चुनाव लड़ने की चुनौती
बिहार में बीजेपी के दिग्गज नेता सुशील मोदी ने एक बार फिर नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है। सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा ने तीन राज्यों में सरकार बनाकर जिन्हें मुख्यमंत्री बनाया उसे सामाजिक न्याय का उदाहरण पेश हुआ। मोदी ने कहा कि अब नीतीश कुमार बनारस में रैली करें या फूलपुर से चुनाव लड़ लें कहीं उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है।
राज्य ब्यूरो, पटना। Sushil Modi On Nitish Kumar राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि बिना सीएम-फेस घोषित किए तीन हिंदी प्रदेशों में चुनाव लड़ने व स्पष्ट बहुमत पाने के बाद भाजपा ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय के विष्णु साय, मध्य प्रदेश में पिछड़े वर्ग के डॉ. मोहन यादव एवं राजस्थान में सवर्ण समाज के भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर सामाजिक न्याय का ऐसा उदाहरण सामने रखा है, जिससे 2024 से पहले आईएनडीआईए की हवा निकल गई।
उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बनारस में रैली करें या फूलपुर से चुनाव लड़ लें, कहीं उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है। जदयू पहले उत्तर प्रदेश और अब मध्य प्रदेश विधानसभा की 10 सीटों पर जमानत जब्त करा कर बिहार के बाहर अपनी औकात देख चुका है।
तेजस्वी पर साधा निशाना
सुशील मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ने किसी यदुवंशी को मुख्यमंत्री नहीं बनाया और बिहार में जिन्हें बनाने के लिए एड़ी-चोट का जोर लगाया जा रहा है, वे "नौकरी के बदले जमीन" मामले में आरोपित हैं। उनकी एक मात्र योग्यता लालू यादव (Lalu Yadav) का पुत्र होना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) की टीम ने नए मुख्यमंत्रियों के चयन में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने और सबका सम्मान करने की गारंटी साबित की।
तस्वीर बदल रहे नीतीश, उद्योगों का बिछ रहा जाल- राजीव रंजन
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की तस्वीर बदल रहे हैं। बिहार में उद्योगों का जाल बिछ रहा है। राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में सड़क, बिजली-पानी की व्यवस्था सुदृढ़ करने के बाद अब सरकार का पूरा फोकस राज्य के औद्योगिक सशक्तिकरण पर है। इंवेस्टर्स मीट के जरिए 31 हजार करोड़ निवेश की बात चल रही है।
राजीव रंजन ने कहा कि बिहार के युवाओं को उद्योगों के लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। बिहार स्टार्ट अप नीति 2022 के तहत स्टार्ट अप को 10 लाख रुपए 10 साल तक के लिए ब्याज मुक्त सीड फंड दिया जा रहा। लाजिस्टिक पालिसी के तहत इस सेक्टर के उद्यमियों को सहूलियत दी जा रही। सरकार के प्रयासों से लोगों का बिहार में निवेश करने के प्रति आकर्षण अब बढ़ने लगा है।