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Sushil Modi: सुशील मोदी का हमला, बोले- 'बेचारे मुख्यमंत्री' मानस-निंदक मंत्री पर नहीं कर पाए कार्रवाई

भाजपा नेता और सांसद सुशील मोदी ने बुधवार को नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नुपुर शर्मा पर हुई कार्रवाई का हवाला भी दिया। मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री कमजोर हो चुके हैं। वे अब केवल राजद की कृपा से कुर्सी पर बने हुए हैं।

By Raman ShuklaEdited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 18 Jan 2023 09:31 PM (IST)
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Sushil Modi: सुशील मोदी का हमला, बोले- 'बेचारे मुख्यमंत्री' मानस-निंदक मंत्री पर नहीं कर पाए कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने बुधवार को कहा कि जब भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से एक समुदाय की भावनाएं आहत हुईं, तब पार्टी ने तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी, लेकिन जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने श्रीरामचरितमानस की निंदा कर हिंदू समाज की भावनाओं को आहत किया, तब उनके खिलाफ कार्रवाई करने में नीतीश कुमार अपनी बेचारगी जाहिर कर रहे हैं।

मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री इतने कमजोर हो चुके हैं कि चंद्रशेखर को बर्खास्त करना तो दूर, उनसे लिखित स्पष्टीकरण तक नहीं मांगा। उन्होंने कहा कि अगर चंद्रशेखर ने नीतीश कुमार के 'समझाने' पर भी अपना बयान वापस नहीं लिया, बल्कि उस पर अड़े हुए हैं, तो जाहिर है कि मुख्यमंत्री कितने कमजोर हो चुके हैं। वे अब केवल राजद की कृपा से कुर्सी पर बने हुए हैं।

उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं, बल्कि एक निजी टीवी चैनल पर बहस के दौरान भगवान शंकर पर अभद्र टिप्पणी करने के जवाब में अपनी बात इस्लामी किताबों के हवाले से कही थी, फिर भी उन्हें दंडित किया गया।

मोदी ने कहा कि राजद कोटे के मंत्री चंद्रशेखर ने तो दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी और गरिमामय कार्यक्रम में बिना किसी उकसावे के रामचरितमानस को 'नफरत फैलाने वाला ग्रंथ' बताकर करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर आघात किया, फिर भी उनके विरुद्ध सरकार और उनकी पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह रवैया महागठबंधन के हिंदू-विरोधी दुराग्रह की पराकाष्ठा है।

मोदी ने कहा कि चंद्रशेखर और सुधाकर सिंह के बयान नीतीश कुमार को लगातार कमजोर बना रहे हैं। इन दोनों पर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव का वरदहस्त है। उन्होंने कहा कि राजद ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस देने में 15 दिन देर की और जवाब देने के लिए भी 15 दिन का लंबा समय दे दिया। नोटिस केवल दिखावा है।

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