Sushil Modi : सुशील-नीतीश की जोड़ी रहेगी याद... बिहार में बदलाव के क्रेडिट का कभी नहीं किया दावा, भीड़ से रहे अलग
Sushil Modi बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी ने सोमवार रात को 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। कैंसर के इलाज के लिए वह दिल्ली एम्स में एडमिट थे। राजनीति में उनकी पहचान हमेशा से एक जुझारू नेता प्रतिपक्ष के रूप में रही है। बिहार में बदलाव के वह साइलेंट वॉरियर थे।
जागरण संवददाता, पटना। Sushil Modi : भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी की पहचान जुझारू नेता प्रतिपक्ष के रूप में भी रही। भ्रष्टाचार के विरोध में सबसे बुलंद आवाज। जिस दौर में बिहार हत्या लूट और अपहरण के लिए कुख्यात था, उस समय सुशील कुमार मोदी सदन से सड़क तक विपक्ष की निडर आवाज रहे।
बदलाव के लिए कभी नहीं किया क्रेडिट का दावा
स्कूटर पर घूमते सुशील मोदी के कई किस्से उस दौर के नेता- पत्रकार जानते हैं। वह सचमुच बिहार भाजपा के शांत सियासी योद्धा थे। बिहार में क्रेडिट लेने वाले नेताओं की भीड़ से सुशील कुमार मोदी अलग थे।
उन्होंने बदलाव के लिए काम तो किया मगर क्रेडिट पर दावा कभी नहीं किया। बिहार में बदलाव लाने के लिए हमेशा नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की जोड़ी को याद किया जाएगा।
साइलेंट वॉरियर थे सुशील मोदी
सुशील इस बदलाव के साइलेंट वाॅरियर थे। नीतीश कुमार की राजग में दोबारा वापसी में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उस समय महागठबंधन की सरकार में लालू परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कई मामले उजागर किए थे। इसको लेकर लगातार प्रेस वार्ता भी की थी। नतीजा, सरकार अस्थिर हुई और राजद से नाता तोड़ नीतीश वापस भाजपा के साथ आ गए।
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी ने सोमवार देर रात अंतिम सांस ली। वह कैंसर से जूझ रहे थे और दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था। वह 72 साल के थे। उनके निधन की खबर मिलने के बाद से सियासी गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। पीएम मोदी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
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