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बिहार में शिक्षक बहाली: 1.70 लाख पद पर भर्ती परीक्षा के बस 5 दिन बाकी, यहां विस्तार से समझें पूरी प्रक्रिया

Bihar News बिहार में शिक्षकों के एक लाख 70 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थी 24 से 26 अगस्त तक परीक्षा में शामिल होंगे। शिक्षा विभाग और अभ्यर्थियों की मांग पर निगेटिव मार्किंग को इस चरण के लिए खत्म कर दिया गया है। परीक्षा 850 केंद्रों पर होगी जिसमें से पटना में 40 केंद्र हैं।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 19 Aug 2023 09:36 AM (IST)
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बिहार में शिक्षक बहाली : 1.70 लाख पद पर भर्ती परीक्षा के बस 5 दिन बाकी
जागरण संवाददाता, पटना। राज्य के प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के एक लाख 70 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थी 24 से 26 अगस्त तक प्रस्तावित लिखित परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा 24 से 26 अगस्त तक विभिन्न जिलों में बनाए गए 850 केंद्रों पर होगी। पटना में 40 केंद्र हैं।

शिक्षा विभाग और अभ्यर्थियों की मांग पर निगेटिव मार्किंग को इस चरण के लिए खत्म कर दिया गया है। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि प्रश्न पत्र में निगेटिव मार्किंग प्रभावी होने की सूचना दर्ज है, जिसे अभ्यर्थी नजरअंदाज करेंगे।

पद के अनुसार आवेदन की स्थिति

श्रेणी
कुल पद
आवेदन की संख्या
प्राथमिक 79,943 7,68,089
माध्यमिक 32,916 65,500
उच्च माध्यमिक 57,602 40,000

कार्यक्रम : तीन दिन दो पाली में होगी परीक्षा

तिथि
पहली पाली
दूसरी पाली
24 अगस्त प्राथमिक पुरुष थर्ड जेंडर महिला
25 अगस्त भाषा पुरुष थर्ड जेंडर भाषा महिला
26 अगस्त माध्यमिक सभी अभ्यर्थी उच्च माध्यमिक सभी अभ्यर्थी

प्राथमिक का दो चरणों में जारी होगा परीक्षा परिणाम

प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम दो चरणों में जारी हो सकता है। डीएलएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का परिणाम 25 सितंबर तक जारी होगा। प्राथमिक के पदों पर बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का परिणाम सुप्रीम कोर्ट के आदेश, बिहार सरकार और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की गाइडलाइन पर निर्भर करेगा।

वहीं, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक का परिणाम एक साथ जारी होगा। औपबंधिक परिणाम के बाद कागजात की जांच प्रक्रिया प्रारंभ होगी। बीएड अंतिम वर्ष की परीक्षा व सीटेट में शामिल विद्यार्थियों ने भी आवेदन किया है। इन्हें जांच की तिथि तक संबंधित प्रमाण पत्र उपलब्ध करा देना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में पर्याप्त डीएलएड अभ्यर्थी

आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से जारी आदेश की पृष्ठ संख्या 35 और 36 में दर्ज सूचना का हवाला देते हुए कहा कि डीएलएड अभ्यर्थियों की पर्याप्त संख्या होने पर परीक्षा संचालन अनिवार्य है। प्राथमिक के 79 हजार 943 पदों के लिए तीन लाख 80 हजार डीएलएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।

वहीं, तीन लाख 90 हजार के आसपास बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थी शामिल हैं। परीक्षा संचालन नहीं करने की स्थिति में कोर्ट के आदेश की अवमानना होगी। कई अभ्यर्थियों ने बीएड के आधार पर आवेदन किया है, जबकि वह डीएलएड उत्तीर्ण हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को सुधार के लिए परीक्षा के बाद अवसर दिया जाएगा।

शिक्षक बहाली : डोजियर में दर्ज होंगे बायोमीट्रिक साक्ष्य

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक बहाली परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के डोजियर में बायोमीट्रिक साक्ष्य भी शामिल होगा। शिक्षा विभाग अभ्यर्थियों की विस्तृत जानकारी की जांच डोजियर में उपलब्ध सामग्री से कराने के बाद ही नियुक्ति पत्र जारी करेगा।

आयोग अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि अबतक डोजियर में प्रमाण पत्रों की हार्ड कॉपी तथा परीक्षा में शामिल होने से संबंधित प्रमाण उपलब्ध कराए जाते थे। इस बार से बायोमीट्रिक साक्ष्य भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यदि कोई अभ्यर्थी कदाचार का सहारा लेकर परीक्षा में शामिल होते हैं तो नियुक्ति के समय बायोमीट्रिक साक्ष्य के आधार पर पकड़े जाएंगे।

अभ्यर्थियों के बायोमीट्रिक साक्ष्य आवेदन, परीक्षा व वेरिफिकेशन के दौरान संग्रहित किए जाएंगे। आयोग इसकी पड़ताल अपनी सुविधानुसार करेगा। प्रत्येक जिले में सचिव और प्रधान सचिव स्तर के अधिकारियों को आब्जर्वर बनाया गया है। इसके साथ ही प्रमंडलीय आयुक्त भी अपने संबंधित जिलों में सक्रिय रहेंगे।

आयोग ने इस बार सभी अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में क्यूआर कोर्ड अंकित किया है। इसे स्कैन करते ही संबंधित अभ्यर्थी की विस्तृत जानकारी जांचकर्ता को मिल जाएगी। दोनों में समानता होने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश पत्र से छेड़छाड़ की स्थिति में संबंधित अभ्यर्थी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गेट और कमरे से प्रवेश करने वाले सभी अभ्यर्थियों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। निर्धारित अवधि से एक घंटा पहले तक ही केंद्र में प्रवेश की इजाजत होगी। अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि ई-प्रवेश पत्र में विस्तृत जानकारी दर्ज की गई है। निर्देश का अक्षरश: पालन करना होगा।

चार स्तर पर होगा कंट्रोल रूम

आयोग अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की निगरानी के लिए चार स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। पहला कंट्रोल रूम संबंधित केंद्र में होगा। दूसरा जिला मुख्यालय, तीसरा आयोग कार्यालय और चौथा सुविधा उपलब्ध कराने वाले एजेंसी कार्यालय में होगा।

जिला मुख्यालय और आयोग कार्यालय के कंट्रोल रूम में मीडिया कर्मी उपस्थित रह सकते हैं। एजेंसी कार्यालय के कंट्रोल रूम से विभिन्न एंगल से निगरानी की जाएगी। किसी तरह की त्रुटि होेने पर तत्काल संबंधित के संज्ञान में मामला लाया जाएगा।

पात्र नहीं होने पर एक अवसर नहीं होगा कम

अतुल प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, एक अभ्यर्थी तीन बार ही शिक्षक बहाली परीक्षा में शामिल हो सकता है। यदि सुप्रीम कोर्ट, राज्य सरकार और एनसीटीई की गाइडलाइन के कारण किसी अभ्यर्थी का रिजल्ट प्रभावित होता है तो उसके एक अवसर की गणना नहीं की जाएगी।

इस कारण बीएड अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने से किसी तरह की हानि नहीं होगी। इसके साथ ही यदि कोई किसी कारण परीक्षा के पात्र नहीं होते हैं तो उनकी भी गणना नहीं होगी, लेकिन गलत सूचना के आधार पर आवेदन करने वालों पर आयोग परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा।

अभ्यर्थियों के सामने खुलेगा और सील होगा बॉक्स

अतुल प्रसाद ने बताया कि प्रश्न पत्र का बॉक्स केंद्राधीक्षक के कमरे में नहीं जाएगा। बॉक्स सीधे अभ्यर्थियों के समक्ष किसी एक कमरे में रखा जाएगा। उनके सामने ही बॉक्स की सील टूटेगी। दूसरे कमरों में भी सील बंद प्रश्नपत्र ही भेजे जाएंगे। परीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद अभ्यर्थी सुनिश्चित कर लें कि उनकी ओएमआर शीट लिफाफे में रखी हो।

अभ्यर्थी ओएमआर शीट गुम होने की बाद में शिकायत करेंगे तो आयोग संबंधित के विरुद्ध कदाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा। अभ्यर्थी अपने सामने लिफाफे के साथ-साथ बॉक्स को भी सीलबंद कराएंगे। इस बार सीलबंद के लिए सिंगल यूज जैकेट उपलब्ध है। ताला सील होने के बाद ही अभ्यर्थियों को कक्ष से बाहर जाने की अनुमति होगी।

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