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मशीन से नोट गिनते थे मोतिहारी के उत्‍पाद अधीक्षक, संपत्ति देख निगरानी की टीम भी रह गई अचंभित

मोतिहारी के उत्पाद अधीक्षक के ठिकानों पर विशेष निगरानी टीम की छापेमारी में नोट गिनने वाली मशीन बरामद की गई। इसके अलावा तीन फ्लैट 20 प्लाट के कागजात बरामद किए गए। पटना खगड़‍िया और मोतिहारी में चला सर्च अभियान।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Thu, 09 Dec 2021 07:54 AM (IST)
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मोति‍हारी में छापेमारी को पहुंची विजिलेंस की टीम। जागरण

पटना, राज्य ब्यूरो। भ्रष्‍टाचार में घिरे अधिकारियों पर गाज गिरने का सिलसिला जारी है। बुधवार को विशेष निगरानी (Special Vigilance) की टीमों ने मोतिहारी के उत्पाद अधीक्षक (Excise Superintendent) अविनाश प्रकाश के तीन ठिकानों पर छापेमारी की। पटना, मोतिहारी व खगड़‍िया स्थित आवास को खंगाला गया। इस दौरान मुख्य रूप से नोट गिनने वाली मशीन, तीन फ्लैट, 20 प्लाट के कागजात के अलावा फार्म हाउस, डेयरी फार्म में दस गाय के अलावा करीब एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति अर्जित करने की पुष्टि हुई है।

शराब धंधेबाजों से मिलीभगत का आरोप 

सात नवंबर 2021 को अविनाश प्रकाश, आबकारी अधीक्षक, मोतिहारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(2) आर/डब्ल्यू 13(1)(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। अविनाश पर आय से अधिक संपत्ति बिहार में शराब माफियाओं के साथ मिलीभगत कर अर्जित करने का आरोप है। निगरानी के अनुसार अविनाश प्रकाश का पटना के फुलवारीशरीफ में  विशालकाय फार्म हाउस में मकान है जो लगभग एक बीघा जमीन में संपूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित है।

इनोवा, जेसीबी के मालिक भी हैं उत्‍पाद अधीक्षक 

उनके पास अपना दो जेसीबी मशीन, एक इनोवा गाड़ी तथा करोड़ों की चल अचल संपत्ति होने का प्रमाण मिला है। इनके परिजनों के नाम से कई लाख रुपए निवेश के कागजात मिले हैं। खगड़‍िया में भी एक आलीशान मकान और एक जेसीबी भी बरामद हुआ है। पटना में एक फ्लैट खरीदने का सहमति पत्र मिला है। इसके अलावा विभिन्न बैंकों के 15 पासबुक के अलावा एलआइसी के कई कागजात मिले हैं। टैक्सी का रजिस्ट्रेशन पेपर, पत्नी के नाम पर तीन फ्लैट, 41 डिसमिल जमीन व 2016-17 में 800 डिसमिल जमीन की खरीदारी के पेपर मिले हैं। 

मालूम हो कि शराब धंधेबाजों, बालू माफिया से मिलभगत के मामले में बिहार के कई अधिकारियों पर अब तक विजिलेंस की कार्रवाई हो चुकी है। इसमें पुलिस अधिकारी से लेकर इंजीनियर तक शामिल हैं। इस वजह से भ्रष्‍टाचारियों के बीच हड़कंप की स्थिति है। 

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