बिहार: खेत की खोदाई में मिली भगवान विष्णु की प्रतिमा, हाथों में शंख-सुदर्शन चक्र व गदा किए हैं धारण
नवादा के वारिसलीगंज प्रखंड अंतर्गत चैनपुरा गांव में खेत से मिट्टी की खोदाई के दौरान बुधवार देर शाम भगवान विष्णु की तीन फीट ऊंची प्रतिमा मिली है। लोग इसे गुप्तकाल के बता रहे हैं।
By Rajesh ThakurEdited By: Updated: Thu, 30 Apr 2020 10:12 PM (IST)
नवादा, जेएनएन। नवादा के वारिसलीगंज प्रखंड अंतर्गत चैनपुरा गांव में खेत से मिट्टी की खोदाई के दौरान देर शाम भगवान विष्णु की तीन फीट ऊंची प्रतिमा मिली है। हाथ में शंख, सुदर्शन चक्र, गदा व पद्म धारण किए भगवान विष्णु की यह प्रतिमा अद्भुत है। प्रतिमा को लोग गुप्तकाल के बता रहे हैं। लोगों को कहना है कि इस इलाके में इसके पहले भी भगवान विष्णु की कई प्रतिमाएं मिली हैं। वे सभी भी गुप्तकालीन हैं। इसे लेकर इलाके में उत्सव का माहौल है। हालांकि लोग लॉकडाउन का भी पालन कर रहे हैं।
प्रतिमा मिलने की सूचना पर चैनपुरा समेत आसपास के टोले-मोहल्ले के लोग दर्शन के लिए पहुंचने लगे। प्रबुद्ध ग्रामीणों ने प्रतिमा को गांव की ठाकुरबाड़ी में ले जाकर स्थापित कर दिया। इसके बाद फीजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी ने उसकी पूजा-अर्चना की। ग्रामीणों ने भजन-कीर्तन भी किया। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी अब नियमित पूजा-पाठ किया जाएगा।
बताया जाता है कि गांव के लोग प्रतिमा का मिलना अति शुभ मान रहे हैं। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि जल्द ही अब कोरोना दूर होगा। इसे लेकर गांव में उत्सव-सा माहौल है। काले चमकीले पत्थर से बनी विष्णु की कलात्मक प्रतिमा गांव से पूर्व-दक्षिण में प्रशांत ईंट-भट्ठे के लिए एक जेसीबी देर शाम ग्रामीण सीताराम सिंह के खेत से मिट्टी निकालने के दौरान मिली।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिमा के दाएं भू देवी और बाएं श्री देवी की प्रतिमा बनी है। विष्णु की प्रतिमा के इर्द-गिर्द छोटी-बड़ी करीब 16 प्रतिमाएं बनी हैं। जेसीबी से खोदाई के दौरान प्रतिमा का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे सीमेंट से जोड़ा गया है। भगवान विष्णु की यह प्रतिमा गुप्तकालीन बताई जा रही। कहा जा रहा है कि वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र में मकनपुर, महरथ, ठेरा, अपसढ़, कोरमा और अब चैनपुरा में जो विष्णु अवतार की प्रतिमा मिली है, सभी गुप्तकालीन हैं।
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