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NEET Paper Leak Case: नीट मामले में बिहार से बड़ी खबर, CBI को मिली 2 आरोपियों की रिमांड; अब खुलेंगे राज!

नीट यूजी पेपर लीक (NEET Paper Leak Case) मामले में बिहार से बड़ी खबर आई है। सीबीआई ने इस मामले में दो आरोपियों को रिमांड पर लिया है। सीबीआई अब पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के तार जोड़ रही है। सीबीआई की कोशिश है कि आरोपी और अभ्यर्थियों के फोन लोकेशन का मिलान हो सके। इसी के बाद केस की गुत्थी सुलझ पाएगी।

By Sunil Raj Edited By: Rajat Mourya Published: Wed, 26 Jun 2024 07:28 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2024 07:28 PM (IST)
नीट मामले में सीबीआई ने दो आरोपियों को रिमांड पर लिया है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

राज्य ब्यूरो, पटना। NEET UG Paper Leak Case नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच आगे बढ़नी शुरू हो गई है। एक ओर सीबीआई पेपर लीक के आरोपियों से बरामद मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की प्रतीक्षा में है। तो दूसरी ओर आरोपियों से पूछताछ की कोशिशें भी शुरू हो गई है।

बुधवार को सीबीआई के आवेदन पर विचार करने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत ने दो आरोपियों बलदेव कुमार सिंह उर्फ चिंटू सिंह और मुकेश कुमार की रिमांड जांच एजेंसी को देने की स्वीकृति दे दी।

सीबीआई अब रिमांड पर लिए गए दोनों आरोपियों से पेपर लीक, सॉल्वर गैंग, अन्य आरोपी और अभ्यर्थियों तक उनकी पहुंच के बारे में राज उगलवाएगी।

सीबीआई आरोपियों से तीन दिनों तक करेगी पूछताछ

सीबीआई ने ईओयू की जांच के आधार पर गिरफ्तार किए गए आरोपी चंटू सिंह और मुकेश कुमार की रिमांड के लिए मंगलवार को ही सीबीआई की कोर्ट में आवेदन दिया था। जिस पर कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई की।

सीबीआई के जज हर्षवर्धन सिंह ने वकील का पक्ष सुनने के बाद आरोपी चंटू सिंह और मुकेश कुमार को तीन दिनों के लिए सीबीआई को रिमांड पर देने का निर्णय सुनाया। चिंटू को झारखंड से गिरफ्तार किया गया था।

टैक्सी ड्राइवर मुकेश कुमार मुखिया संजीव सिंह का खास व्यक्ति है। मुकेश कुमार का काम उम्मीदवारों को लाने-ने जाने का था। ये दोनों आरोपी संजीव मुखिया के अहम लिंक हैं। सीबीआइ पूछताछ के क्रम में इनसे राज उगलवाने के पूरे प्रयास करेगी। रिमांड की यह अवधि बढ़ भी सकती है।

आरोपी-अभ्यर्थियों के फोन लोकेशन का मिलान

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईओयू के सबूतों के आधार पर सीबीआइ नीट यूजी परीक्षा के अभ्यर्थियों और आरोपियों के फोन लोकेशन की जांच कर रही है। शुरुआत में आरोपी और अभ्यर्थियों के बीच क्या बातचीत हुई इसकी तह तक जाने की कोशिश में भी जांच टीम जुटी है।

जांच एजेंसी यह जानने की कोशिश में है कि पेपर लीक की घटना होने के छह महीने पूर्व तक आरोपियों की गतिविधियां क्या थी। उनकी किनसे मुलाकात हुई, वे कहां-कहा गए ये सारे तथ्य जुटाए जा रहे हैं। जो आरोपी बिहार में गिरफ्तार किए गए हैं उनका राजस्थान, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र और यपी से गिरफ्तार आरोपियों से तो नहीं इसकी भी जांच हो रही है। इस सारी कवायद का मकसद लीक के मास्टर माइंड तक पहुंचना है।

जांच एजेंसी की तीन सदस्यीय टीम हजारीबाग पहुंची

दूसरी ओर नीट पेपर लीक मामले में जांच के लिए सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम के बुधवार को हजारीबाग पहुंचने की सूचना भी आई है। सीबीआइ टीम ने हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानउल हक से पूछताछ भी की है।

सूत्रों ने बताया एहसानउल हक जांच एजेंसी के अधिकांश सवालों का जवाब न में दे रहे थे। जिसके बाद जां टीम उन्हें स्कूल परिसर में भी लेकर गई और स्कूल परिसर में ही उनसे देर शाम तक पूछताछ जारी थी। पूछताछ के दौरान कुछ अहम जानकारी मिलने की बात सूत्र बता रहे हैं।

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