उपेंद्र कुशवाहा का NDA को क्लियर मैसेज! इन 8 लोकसभा सीटों पर मजबूत की दावेदारी, प्रभारियों को ड्यूटी पर लगाया
उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को क्लियर मैसेज देने का काम किया है। अभी घटक दलों की सीटों पर कुछ तय नहीं हुआ है वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोजद ने 8 लोकसभा सीटों पर अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है। उपेंद्र कुशवाहा ने इन सीटों पर प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं और अब रैलियों की तैयारी है।
By Arun AsheshEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 11 Dec 2023 05:46 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना। Upendra Kushwaha बिहार राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में यह तय नहीं हुआ है कि भाजपा और घटक दल किन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इधर, घटक रालोजद ने दावे वाली संभावित सीटों पर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल (रालोजद) ने आठ सीटों पर तैयारी शुरू कर दी है। इन सीटों के लिए प्रभारियों को नियुक्त किया गया है। अगली तैयारी रैली की है। रैली को उपेंद्र कुशवाहा और दूसरे नेता संबोधित करेंगे।
पार्टी ने सभी 40 लोकसभा सीटों पर राजग की जीत का संकल्प दोहराया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता शम्भूनाथ सिन्हा ने शनिवार को बताया कि रालोजद आठ लोकसभा क्षेत्रों-काराकाट, झंझारपुर, सुपौल, मुंगेर, वाल्मीकिनगर, सीतामढ़ी, जहानाबाद और सिवान में विशाल रैली का आयोजन करेगी।
प्रभारियों को लगाया ड्यूटी पर
रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारत सरकार के पूर्व मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के निर्देश पर पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा ने इन सभी आठों लोकसभा क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त किया है। झंझारपुर लोक सभा क्षेत्र में चन्दन बागची, सुपौल में रमेश मेहता, मुंगेर में दीपक वर्मा, वाल्मीकिनगर में सुभाष सिंह कुशवाहा, सीतामढ़ी में ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह, जहानाबाद में अजय कुशवाहा, काराकाट में सुकुल राम एवं सिवान लोक सभा क्षेत्र में रामपुकार सिन्हा को प्रभारी नियुक्त किया गया है।इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में रालोजद लोक सभा चुनाव के पूर्व बड़ी-बड़ी रैली आयोजित करेगी। सिन्हा ने कहा कि बिहार में लोकसभा की सभी 40 सीटों पर राजग की जीत के लिए उपेंद्र कुशवाहा संकल्पित हैं। इसे सफल बनाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। प्रथम चरण में इसकी शुरुआत उपरोक्त आठ लोकसभा सीटों से होगी, जहां पार्टी ने व्यापक जनसंपर्क एवं बड़ी रैलियों का निर्णय लिया है।
क्या है इन सीटों का अतीत?
काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा की 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत हुई थी। 2019 में वे दूसरे नम्बर पर रहे।सीतामढ़ी एवं जहानाबाद की सीटों पर रालोजद की पूर्ववर्ती रालोसपा की जीत 2014 के चुनाव में हुई थी। झंझारपुर, सुपौल, मुंगेर, वाल्मीकिनगर और सिवान की सीटें 2019 के चुनाव परिणाम के आधार पर अभी जदयू के पास है। पिछली बार गठबंधन के तहत भाजपा ने ये सीटें जदयू के लिए छोड़ दी थी।ये भी पढ़ें- Nitish Kumar के 'वन टू वन' फॉर्मूले की क्या है जमीनी हकीकत? JDU-RJD और कांग्रेस में ही छिड़ सकती है 'पावर गेमये भी पढ़ें- Bihar Politics: नीतीश कुमार को पीएम के रूप में देखना चाहता है देश, जदयू नेता ने कहा- बिहार में उनके बेहतरीन काम से लोग प्रभावित
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