Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Upendra Kushwaha: बजट पर मचे घमासान के बीच उपेन्द्र कुशवाहा का आया रिएक्शन, RJD-Congress को याद दिलाई पुरानी बात

बिहार में बजट को लेकर जमकर सियासी बवाल मचा है। राजद और कांग्रेस के नेता सदन में एनडीए सरकार को लगातार घेर रहे हैं। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने हमेशा बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि जनता लालटेन युग को भूल नहीं पाई है।

By Arun Ashesh Edited By: Mukul Kumar Updated: Wed, 24 Jul 2024 09:44 PM (IST)
Hero Image
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics In Hindi राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा कि कांग्रेस (Congress) और राजद (RJD) सत्ता में रहे या विपक्ष में बिहार के साथ उनका व्यवहार सौतेला ही रहता है।

कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार से बिहार को बड़ी सौगात मिली है। ये दोनों दल दोहरा मापदंड अपना रहे हैं। चुनाव के समय राहुल गांधी बिहार के विकास और रोजगार को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग कह रहे थे कि एनडीए सरकार को बिहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए था। आज जब विशेष प्रविधान किया गया तो बिहार की जनता को बड़गलाने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के लालटेन युग को बिहार की जनता भूली नहीं है। बिहार को लूट और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था।

कांग्रेस और राजद के नेताओं को बिहार के स्वाभिमान, गौरव और राज्य के होनहार युवाओं की प्रतिष्ठा की कोई परवाह नहीं है। इसलिए बजट में बिहार के लिए विशेष प्रविधानों से उन्हें दिक्कत हो रही है।

पटना एम्स में इमरजेंसी बेड की संख्या बढ़ाए सरकार : डा. भीम सिंह

राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह केंद्र सरकार से पटना एम्स में इमरजेंसी बेड की संख्या बढ़ाने की मांग की। उन्होंने सदन का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार धन्यवाद की पात्र है जिसने बिहार में एक एम्स के रहते दूसरा एम्स दिया।

उन्होंने कहा कि पहला एम्स तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी की सरकार ने पटना में दिया। वहीं, दूसरा एम्स प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दरभंगा में दिया है।

पटना एम्स को लेकर जनप्रतिनिधि होने के नाते आए दिन सर्व साधारण से सूचना प्राप्त होती रही है कि इमरजेंसी विभाग में बेड की संख्या मांग की तुलना में काफी कम है। जरूरमंद रोगियों की वहां भर्ती नहीं हो पाती और वे प्राइवेट अस्पतालों के चंगुल में फंसकर अपने जान-माल से हाथ धो बैठते हैं।

उन्होंने सभापति के माध्यम सरकार से मांग की कि पटना एम्स के इमरजेंसी विभाग में बेड की संख्या बढ़ाई जाने के साथ-साथ वहां की अन्य सुविधाओं में भी वृद्धि की जाए ताकि बिहार की गरीब जनता को सस्ता ईलाज प्राप्त हो सके।

यह भी पढ़ें-

Samrat Chaudhary: इधर मानसून सत्र से तेजस्वी यादव गायब, उधर सम्राट चौधरी ने लालू के साथ कांग्रेस को भी खूब सुनाया

Bihar Special Status: क्या NDA से अपना समर्थन वापस लेंगे नीतीश? कांग्रेस के सवाल से बिहार में गरमाई सियासत