रविशंकर प्रसाद: छात्र नेता से केंद्रीय मंत्री तक का सफर, मोदी कैबिनेट में हुए शामिल
छात्र नेता से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले रविशंकर प्रसाद आज पीएम मोदी की कैबिनेट में शामिल हो गए। उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली। वे पटना साहिब से सांसद बन हैं।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Fri, 31 May 2019 09:59 AM (IST)
पटना [जागरण स्पेशल]। बिहार के पटना साहिब लोकसभा से जीते सांसद रविशंकर प्रसाद दोबारा मंत्री बन गए। उन्हें नरेंद्र मोदी की सरकार में फिर शामिल किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। दरअसल पीएम मोदी की कैबिनेट में बिहार से भी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले कुछ नेताओं को जगह मिली। इसी में रविशंकर प्रसाद को भी शामिल गया। रविशंकर प्रसाद ने पटना साहिब लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी और कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को हराया था।
पढ़ें- अश्विनी चौबे मोदी कैबिनेट में फिर शामिल, छात्रसंघ से शुरू की है राजनीति
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद रविशंकर प्रसाद को राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देना पड़ा है। रविशंकर प्रसाद पहले भी मोदी सरकार में कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। रविशंकर प्रसाद अपने कड़े तेवर के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। रविशंकर प्रसाद का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ। उनके पिता ठाकुर प्रसाद पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील थे। उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से बीए, एम.ए और एलएलबी की पढ़ाई की है। रविशंकर प्रसाद 1980 से वकालत कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद रविशंकर प्रसाद को राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देना पड़ा है। रविशंकर प्रसाद पहले भी मोदी सरकार में कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। रविशंकर प्रसाद अपने कड़े तेवर के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। रविशंकर प्रसाद का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ। उनके पिता ठाकुर प्रसाद पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील थे। उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से बीए, एम.ए और एलएलबी की पढ़ाई की है। रविशंकर प्रसाद 1980 से वकालत कर रहे हैं।
पढ़ें- भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह दोबारा बने ModiSarkar2 में मंत्री
रविशंकर प्रसाद के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1970 में एक छात्र नेता के रूप में हुई। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चल रहे छात्र आंदोलन में एबीवीपी के सक्रिय छात्र नेता के रूप में काम करते रहे। अपने कॉलेज के दिनों में रविशंकर प्रसाद पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के सहायक महासचिव बने और 1995 से रविशंकर प्रसाद बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। हाल ही में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने रणनीति बनाने का भी काम किया था।
रविशंकर प्रसाद के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1970 में एक छात्र नेता के रूप में हुई। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चल रहे छात्र आंदोलन में एबीवीपी के सक्रिय छात्र नेता के रूप में काम करते रहे। अपने कॉलेज के दिनों में रविशंकर प्रसाद पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के सहायक महासचिव बने और 1995 से रविशंकर प्रसाद बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। हाल ही में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने रणनीति बनाने का भी काम किया था।
पढ़ें- रामविलास पासवान: गठबंधन की सियासत के महारथी, सरकार किसी भी हो हमेशा रहे मंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2001 से 2003 तक रविशंकर प्रसाद को कोयला एवं खान राज्यमंत्री बनाया गया। दोनों मंत्रालय में उनके द्वारा किए गए बेहतरीन कार्यों को देखते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें कानून राज्य मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दे दी। पढ़ें- मंत्री बने नित्यानंद: कभी लालू को दी थी चुनौती, नहीं रोकने दिया था आडवाणी का रथ
देखते ही देखते उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल जीत लिया इसके बाद उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया। केंद्र में मोदी सरकार बनते ही रविशंकर प्रसाद को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेक्नोलॉजी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।पढ़ें- नौकरशाह से राजनेता बने अारके सिंह, PM मोदी कैबिनेट में दोबारा हुए शामिल
अब एक बार फिर से रविशंकर प्रसाद केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होंगे। इस बार देखना होगा कि पीएम मोदी उन्हें कौन -सी जिम्मेदारी देते हैं। रविशंकर प्रसाद के मंत्री बनने की खबर से पटना साहिब की जनता भी काफी खुश है।कुछ दिनों पहले इंडिया टुडे से बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने कहा था 'पटना मेरा शहर है, मेरा यहां जन्म हुआ, पढ़ाई हुई, वकील बना। हालांकि मैं राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा था, मेरा इस शहर से बहुत लगाव है।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2001 से 2003 तक रविशंकर प्रसाद को कोयला एवं खान राज्यमंत्री बनाया गया। दोनों मंत्रालय में उनके द्वारा किए गए बेहतरीन कार्यों को देखते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें कानून राज्य मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दे दी। पढ़ें- मंत्री बने नित्यानंद: कभी लालू को दी थी चुनौती, नहीं रोकने दिया था आडवाणी का रथ
देखते ही देखते उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल जीत लिया इसके बाद उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया। केंद्र में मोदी सरकार बनते ही रविशंकर प्रसाद को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेक्नोलॉजी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।पढ़ें- नौकरशाह से राजनेता बने अारके सिंह, PM मोदी कैबिनेट में दोबारा हुए शामिल
अब एक बार फिर से रविशंकर प्रसाद केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होंगे। इस बार देखना होगा कि पीएम मोदी उन्हें कौन -सी जिम्मेदारी देते हैं। रविशंकर प्रसाद के मंत्री बनने की खबर से पटना साहिब की जनता भी काफी खुश है।कुछ दिनों पहले इंडिया टुडे से बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने कहा था 'पटना मेरा शहर है, मेरा यहां जन्म हुआ, पढ़ाई हुई, वकील बना। हालांकि मैं राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा था, मेरा इस शहर से बहुत लगाव है।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप