Bihar: साइबर ठगी के शिकार लोगों को वापस की जाएगी 20 करोड़ की राशि, पुलिस मुख्यालय ने जिलों के SP को लिखा पत्र
साइबर ठगी के शिकार ऐसे लोग जिन्होंने सही समय पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराकर अपनी राशि खाते में होल्ड करा दी थी उन सभी को बचाई गई राशि वापस की जाएगी। पुलिस मुख्यालय के अनुसार अभी तक साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों की करीब 20 करोड़ 55 लाख रुपये की राशि होल्ड कराई गई है। इस राशि को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
राज्य ब्यूरो, पटना: साइबर ठगी के शिकार ऐसे लोग जिन्होंने सही समय पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराकर अपनी राशि खाते में होल्ड करा दी थी, उन सभी को बचाई गई राशि वापस की जाएगी। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अभी तक साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों की करीब 20 करोड़ 55 लाख रुपये की राशि होल्ड कराई गई है। इस राशि को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
साइबर क्राइम पर कार्रवाई करने वाली नोडल एजेंसी ईओयू (आर्थिक अपराध शाखा) के द्वारा भी सभी जिलों के एसपी को पत्र लिखकर फ्रीज की गई राशि को जल्द से जल्द पीड़ितों को वापस उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके लिए केस के आईओ (अनुसंधान पदाधिकारी) को पीड़ित की पहचान की पुष्टि करने वाला आवेदन संबंधित बैंक खातों में देना होगा। इसके बाद बैंक के स्तर से राशि पीड़ितों को मुहैया करा दी जाएगी।
साइबर ठगों के चार हजार नंबर कराए गए बंद
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि इसी साल 26 फरवरी को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल हेल्प नंबर 24 घंटे शुरू किया गया। तब से अभी तक 15 करोड़ 61 लाख 58 हजार 553 रुपये बचाए गए हैं। इसके पहले चार करोड़ 93 लाख 97 हजार 745 रुपये होल्ड कराए गए थे।
साइबर ठगी से जुड़ी 962 प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चार हजार मोबाइल नंबरों को बंद भी कराया गया है।
महिलाओं और बच्चों से जुड़े 5180 मामलों पर कार्रवाई
बिहार राज्य में 44 साइबर थानों के शुरू होने के बाद से अबतक 300 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित पोर्नोग्राफी, दुष्कर्म से संबंधित सामग्री का प्रसारण रोकते हुए 5180 साइबर परिवाद के मामलों में आवश्यक कार्रवाई की गई है। इससे जुड़ी 11 प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
साइबर अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई और निगरानी के लिए बिहार साइबर अपराध समन्वय केंद्र बनाया गया है। इसके लिए रेंज स्तर पर 365 जबकि मुख्यालय स्तर पर 49 पदों का सृजन किया गया है।
बिहार पुलिस ने साइबर ठगों से अब तक 20 करोड़ से अधिक की राशि बचाई है। इस राशि को बैंकों की मदद से खाते में होल्ड किया गया है। नियमानुसार, संबंधित पीडि़तों को राशि लौटाने पर बैंक भी सहमत हैं। पैसे लौटाए भी जा रहे हैं। जल्द से जल्द राशि लौट सके, इसकी कार्रवाई की जाएगी।
जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय