Bihar Politics: 'राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के इशारे पर...', चुनाव के बीच नीतीश कुमार के मंत्री का खुलासा
नीतीश कुमार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि देश भर के लोगों को यह पता है कि आईएनडीआईए के आरंभिक दिनों में ही नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना को प्रमुख मुद्दा बनाने का प्रस्ताव दिया था जिसे राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के इशारे पर खारिज कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा अब राहुल गांधी को पश्चाताप हो रहा है।
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता व जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को कहा कि जाति जनगणना पर राहुल गांधी का यह बयान कि जाति जनगणना उनका मिशन है, कांग्रेस व उनका पाखंड है। उनमें अगर ईमानदारी व हिम्मत होती तो पहले इसकी मिसाल पेश करने वाले व देश को रास्ता दिखाने वाले नीतीश कुमार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते।
जदयू प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि देश भर के लोगों को यह पता है कि आईएनडीआईए के आरंभिक दिनों में ही नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना को प्रमुख मुद्दा बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के इशारे पर खारिज कर दिया था।
'जब बिहार में यह काम हो चुका है...'
उन्होंने कहा कि अब जब बिहार में यह काम हो चुका है और जाति आधारित गणना की रिपोर्ट के आधार पर अतिपिछड़ों, पिछड़ों व अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ायी गयी है। साथ में सामान्य जातियों के गरीब परिवारों की पहचान कर उनकी आर्थिक उन्मति के काम आरंभ हुए हैं तौ राहुल गांधी को पश्चाताप हो रहा है।राजद-कांग्रेस पर विजय चौधरी का निशाना
विजय चौधरी ने कहा कि राजद और कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है उसे पूरा करने के लिए उनके पास कोई नीति व कार्यक्रम नहीं है। एक करोड़ नौकरी की बात कर रहे हैं। बिहार और देश की जनता को इनसे सतर्क रहना चाहिए।
संवाददाता सम्मेलन में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, विधान पार्ष संजय कुमार सिंह, ललन सर्राफ, रवींद्र प्रसाद सिंह व डा. नवीन आर्या भी मौजूद थे।
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: मोदी, शाह, नड्डा के पास कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं, फैला रहे हैं नफरत- मनोज झा
ये भी पढ़ें- Rahul Gandhi Property: 'अपनी संपत्ति बांटकर...', बिहार के इस दिग्गज नेता ने राहुल गांधी को दी ये सलाह
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।