Bihar Politics: बहुमत परीक्षण से पहले क्यों खास है नीतीश और मोदी की मुलाकात? समझिए इसके मायने
12 फरवरी को बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार बहुमत साबित करेंगे। फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज है। कांग्रेस ने तो अपने कई विधायक हैदराबाद भी भेज दिए हैं। इस सबके बीच नीतीश कुमार अब प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। वह कल दिल्ली जाएंगे और गुरुवार को दिल्ली से वापस पटना आएंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को सुबह 10.30 दिल्ली के लिए रवाना होंगे। दिल्ली में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होनी है। बिहार में एनडीए की नई सरकार का नेतृत्व संभालने के बाद नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री से यह पहली मुलाकात होगी।
इसके पूर्व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने भी एक दिन पहले प्रधानमंत्री से भेंट की है। नीतीश कुमार की दिल्ली की यह यात्रा कई मायने में महत्वपूर्ण है। वह प्रधानमंत्री के साथ राजनीतिक परिदृश्य के साथ-साथ बिहार के विकास से जुड़े मुद्दे पर भी बात कर सकते हैं।
लघु उद्यमी योजना का आरंभ
दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में लघु उद्यमी योजना का आरंभ किया है। इस योजना के तहत बिहार के 94 लाख वैसे परिवार जिनकी आमदनी प्रति माह छह हजार रुपए से कम है को स्वावलंबन के लिए दो-दो लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराएगी। फिलहाल राज्य सरकार अपने बजट से इसके लिए 250 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं।एनडीए गठबंधन में आने के पहले भी वह इस योजना में केंद्र की मदद की बात कह चुके हैं। बिहार में अभी एनडीए को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 12 फरवरी से आरंभ होना है।
इस सत्र में ही एनडीए की सरकार को अपना बहुमत साबित करना है। इस बारे में भी मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री के साथ चर्चा संभव है। मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली से वापस होंगे।
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