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Floor Test पास करेंगे नीतीश कुमार या फिर तेजस्वी कर देंगे खेला? गहमागहमी के बीच शक्ति परीक्षण आज

Floor Test In Bihar बिहार में फ्लोर टेस्ट के लिए रस्साकसी का दौर जारी है। 28 जनवरी काे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आयी एनडीए सरकार सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पर उतरेगी। जदयू ने रविवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी। बैठक में नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए एकजुट रहने की बात कही है।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Mohit Tripathi Updated: Mon, 12 Feb 2024 12:00 AM (IST)
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एनडीए सरकार का विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, पटना। पिछले माह की 28 जनवरी काे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आयी एनडीए सरकार सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पर उतरेगी। नीतीश कुमार अपनी सरकार के लिए बहुमत पर वोटिंग का प्रस्ताव सदन में रखेंगे।

राजनीतिक गहमागहमी चरम पर

फ्लोर टेस्ट को ले पक्ष और विपक्ष की राजनीतिक गहमागहमी चरम पर है। जदयू ने रविवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को संबोधित किया। बिहार के विकास के लिए एकजुट रहने की बात कही। एक दिन पहले मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर भी जदयू विधायक जुटे थे। भाजपा विधायकों को पार्टी ने गया से पटना बुला लिया है।

वहीं, कांग्रेस ने भी अपने सभी विधायकों को हैदराबाद से तेजस्वी यादव के आवास पर लैंड कराया है। इसके अलावा, राजद और वामदलों के सभी विधायक पहले से ही तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले में रह रहे हैं।

फ्लोर टेस्ट के पहले विस अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

विधानसभा में एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट पर होने वाले मतदान के पहले विधानसभा अध्यक्ष अवधबिहारी चौधरी को अध्यक्ष के आसन से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना है।

यह काम सेंट्रल हाल में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के दोनों सदनों के संयुक्त संबोधन के बाद होगा। राज्यपाल के विदा होने के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष सदन में आएंगे तब संसदीय कार्य मंत्री विधानसभा अध्यक्ष को पदमुक्त किए जाने का प्रस्ताव पढ़ेंगे। उसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य इसके समर्थन में अपनी सीट पर खड़े हो जाएंगे।

विधानसभा अध्यक्ष को पदमुक्त किए जाने का प्रस्ताव विधानसभा सचिव द्वारा पढ़ा जाएगा और फिर विधानसभा अध्यक्ष को अपनी कुर्सी से हटना पड़ेगा।

विधानसभा उपाध्यक्ष के निर्देशन में फ्लोर टेस्ट की वोटिंग

विधानसभा अध्यक्ष के आसन से हटते ही विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी अध्यक्ष के आसन पर चले जाएंगे। इसके बाद फ्लोर टेस्ट की कार्रवाई आरंभ होगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सरकार के लिए बहुमत का प्रस्ताव सदन में पढ़ेंगे। इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा इस विषय पर वोटिंग करायी जाएगी। वोटिंग के फलाफल के बाद नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री सदन को संबोधित करेंगे।

फ्लोर टेस्ट के क्रम में वोटिंग को लेकर अलग-अलग दावे

फ्लोर टेस्ट के क्रम में वोटिंग के परिणाम को ले सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा अलग-अलग दावे किए जाने का दौर पर भी चल रहा।

सत्ता पक्ष का कहना है कि बहुमत का आंकड़ा हमारे पास काफी सहजता से है। हमारे सारे विधायक हमारे साथ हैं। वहीं विपक्ष खेला होने का दावा कर रहा। विपक्ष का दावा है कि सत्ता पक्ष के विधायक हमारे संपर्क में हैं।

किसके पास कितने विधायक?

बिहार विधानसभा में कुल 243 विधायक हैं। बहुमत के लिए कुल 122 विधायकों की जरूरत है। इस समय एनडीए के पास कुल 128 विधायक हैं। 128 विधायकों में से 78 विधायक भाजपा के हैं। वहीं नीतीश कुमार की जदयू के पास 45 और जीतनराम मांझी की हम के पास 04 विधायक हैं। वहीं, एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन है।

महागठबंधन के पास कुल 115 विधायकों का समर्थन है। इसमें राजद के पास कुल 79 विधायक हैं। इसके अलावा कांग्रेस के पास 19 और भाकपा (माले) के पास कुल 12 विधायक भकपा के पास 2 विधायक, माकपा के पास 2 विधायक है। इसके अलावा आईएमआईएम के पास एक विधायक है।

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